
सम्मेतशिखर जैन तीर्थ को तीर्थस्थल घोषित करने को लेकर भिवंडी में हजारों की संख्या में जैन समाज सड़क पर उतरा, बैंक में घुसे तो अर्थव्यवस्था हिला देंगे - मुनिराज विनम्र सागर विजयाजी
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Jan 02, 2023
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भिवंडी।। झारखंड स्थित सम्मेतशिखर पूर्ण रूप से जैन समाज का पवित्र तीर्थ स्थल है। इस स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करने से उस स्थान की पवित्रता खतरे में पड़ जायेगी। जैन समाज द्वारा पवित्र स्थल को पर्यटन स्थल घोषित करने का विरोध पूरे देश में किया जा रहा है। वही पर पर्यटन स्थल रद्द करने की मांग जैन समाज द्वारा किया जा रहा है।भिवंडी शहर के समस्त जैन महासंग के नेतृत्व में हजारों की संख्या में जैन समाज के महिलाएं व पुरूष तथा जैन धर्मावलंबियों ने अंजूर फाटा से विशाल पदयात्रा निकाल कर रोष व्यक्त किया। आचार्य पुण्यरत्न सूरी महाराज, आचार्य यशोरत्न सूरी महाराज, आचार्य अक्षय बोधि सूरी महाराज, मुनिराज विनम्र सागर विजय जी महाराज के मार्गदर्शन में हजारों जैन पुरुष, महिलाओं और युवाओं ने इस पैदल मार्च में शामिल हुए थे।जैनियो की पवित्र भूमि कहे जाने वाले झारखंड के सम्मेतशिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित कर पालिताना के गिरिराज क्षेत्र के जैन तीर्थ स्थल में धार्मिक विद्वेष फैलाने का काम किया जा रहा है। जिसका विरोध संपूर्ण देश में जैन समाज द्वारा किया जा रहा है। इस इस पवित्र भूमि पर पर्यटन स्थल बनाया जायेगा तो यहां पर मांस, शराब व अन्य कई अवैध कारोबार शुरू होने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिसके कारण जैन धर्म अनुयायियों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। आचार्य अक्षय बोधि सूरीश्वरजी महाराज ने मांग की है कि जैन धर्म के लिए पवित्र स्थान सम्मेतशिखर को पर्यटन स्थल घोषित न किया जाए। यही नहीं इसके बाद किसी भी पवित्र स्थल को पर्यटन स्थल ना घोषित करने की मांग की है। श्री समस्त जैन महासंघ के अध्यक्ष मिठालाल जैन, अशोक जैन व अन्य पदाधिकारियों के मौजूदी में भिवंडी प्रांत व उपविभागीय अधिकारी व भिवंडी तहसीलदार को निवेदन देकर अपना तीव्र रोष व्यक्त किया है।
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