धूमधाम से मना हजरत सैयद हामिद रजा शाह का 157 वाँ उर्स

चंदौली सैयदराजा ।। हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी शुक्रवार को  नगर पंचायत के वार्ड नं0 5 सैयद नगर स्थित हजरत सैयद हामिद रजा शाह  रहमतुल्लाह अलैह का 157 वाॅ सालाना उर्स धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सुबह  कुरान ख्वानी मसलहुद्दीन  वारसी के आवास से कव्वालों के साथ चादर उठकर पूरे कस्बे में घूमता हुआ पुनः उनके आवास पहुँचकर चादर-गागर के साथ कव्वाल दरगाह शरीफ पर पहुँचे। जहाँ गुसल के पश्चात चादर पेश किया गया। दरगाह शरीफ पर आए हुए मुख्य अतिथियों का कमेटी के लोगों द्वारा पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष वीरेंद्र जायसवाल ने कहा कि यह नगर पंचायत के सैयद हामिद रजा रहमतुल्लाह अलैह की बसाई हुई बस्ती है।आप ही के नाम से इस कस्बे का नाम पड़ा है।हर वर्ष होने वाले उर्स के मौके पर हिंदू मुस्लिम एकता आपसी भाईचारा व प्रेम देखने को मिलता है। जो आज तक कायम है। रात्रि में हाजी ताहिर चिश्ती बरेली शरीफ और अलीगढ़ के गुलाम हबीब पेंटर कव्वालों के बीच शानदार मुकाबला हुआ। जहाँ दोनों  कव्वालों ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए। हाजी ताहिर कव्वाल ने कहा कि ऐसी फिजा बनाओ देशवासियों हिंदू का घर जले तो मुसलमान रो पड़े। "हिंदुस्तान जिंदाबाद हिंदुस्तान जिंदाबाद" पीर पैगंबर साहब ने दिया पैगाम कोई पुकारे अल्लाह कोई ले ईश्वर का नाम हिंदुस्तान जिंदाबाद इस कलाम को लोगों ने खूब सराहा।कव्वाल के इस कलाम से खुश होकर श्रोताओं ने  कव्वाल को  इनाम से खूब नवाजा पूरी रात कव्वाली का सिलसिला चलता रहा पूरी रात दरगाह पर आने वाले जायरीनों का तांता लगा रहा। हबीब पेंटर कव्वाल ने कलाम पेश करते हुए कहा कि दाना-दाना मेरे हुसैन का है दिल दीवाना मेरे हुसैन का है। जिसके सदके में कायनात बनी ऐसा नाना मेरे हुसैन का है। जिसके सदके में बक्शे जाएंगे।  ऐसा नाना मेरे हुसैन का है यह जो काबा है तुम ना समझोगे घर बुलाना मेरे हुसैन का है। इस कलाम को सुनकर श्रोता झूमने पर मजबूर हो गए इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह ,नगर पंचायत निवर्तमान अध्यक्ष वीरेंद्र जायसवाल, आनंद केशरी, अमित कुमार वर्मा, विभव गुप्ता, ताज अंसारी, सगीर , नसीम अंसारी ,गुलाम गौस ,नथुनी राइन, नौशाद सिद्दीकी, अफरोज हाशमी, शेख हमीद,सुशील शर्मा, आदि लोग मौजूद रहे।

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