कैमूर के निजी स्कूलों में सीबीएसई नौवीं-दसवीं पंजीयन शुल्क में मनमानी, शिक्षा विभाग मौन

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर -- जिले में निजी विद्यालयों द्वारा सीबीएसई नौवीं और दसवीं कक्षा के पंजीयन शुल्क में मनमानी वसूली का मामला सामने आया है। अभिभावकों का आरोप है कि निर्धारित शुल्क से लगभग पांच गुना अधिक फीस वसूली जा रही है, जबकि कई स्कूल आठवीं कक्षा तक ही पंजीकृत होने के बावजूद नौवीं-दसवीं की कक्षाएं चला रहे हैं। इस गंभीर मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) से संपर्क साधने का प्रयास विगत दो दिनों से विफल रहा है, जिससे शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। सीबीएसई द्वारा नौवीं और दसवीं कक्षा के पंजीयन के लिए एक निर्धारित शुल्क तय किया गया है। लेकिन, कैमूर जिले के कई निजी स्कूल इस नियम को ताक पर रखकर अपनी मनमानी चला रहे हैं। अभिभावकों के अनुसार, स्कूलों द्वारा निर्धारित शुल्क से पांच गुना या उससे भी अधिक रकम वसूली जा रही है। यह वसूली उन छात्रों से की जा रही है जो इन स्कूलों में नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि जिले में ऐसे कई निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं जो केवल कक्षा आठवीं तक ही सीबीएसई से पंजीकृत हैं। इसके बावजूद, ये स्कूल नौवीं और दसवीं की कक्षाएं चला रहे हैं। इन कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों का सीबीएसई पंजीयन अन्य पंजीकृत विद्यालयों के माध्यम से करवाया जाता है, जो नियमों का खुला उल्लंघन है। यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, क्योंकि ऐसे में उनकी शिक्षा की गुणवत्ता और मान्यता पर सवाल उठ सकते हैं। इस गंभीर मामले पर जब जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन उठाया नहीं गया। विगत दो दिनों से कई बार संपर्क साधने की कोशिश के बावजूद उनसे कोई जवाब नहीं मिल पाया है। डीईओ का यह रवैया शिक्षा विभाग की उदासीनता और निजी स्कूलों की मनमानी को बढ़ावा देने वाला प्रतीत होता है। इस मामले में शिक्षा विभाग की चुप्पी और निजी स्कूलों की मनमानी छात्रों के भविष्य और अभिभावकों की जेब पर भारी पड़ रही है। देखना होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर कब संज्ञान लेता है और छात्रों व अभिभावकों को न्याय मिल पाता है।

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