गांव और बाजारों में नए तार लगने के बावजूद भी बिजली नहीं देना जांच का विषय
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Jun 14, 2023
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रामगढ़ कैमूर ।। रामगढ़ में बिजली के तारों का मरम्मत तो बहुत पहले ही साल 2 साल पहले किया जा चुका है लेकिन अभी भी लाइन का काम पूर्ण रूप से दुरुस्त नहीं किया जा चुका है । गर्मी से जहां लोग त्राहि-त्राहि किए हुए हैं वहीं पर रामगढ़ के बिजली विभाग ने भी ठान लिया है कि हम भी इस से निजात दिलाने वाले नहीं हैं । थोड़ा सा भी हवा का बहना और दो चार बूंद पानी बरस जाना की रामगढ़ बिजली विभाग के कर्मचारियों को लाइन काटने का बहुत बड़ा बहाना मिल जाता है। कारण आम जनता की जेबे तो बिजली विभाग के द्वारा ढीली की हि जा रही हैं साथ हि महीना पूरा होते ही मोबाइल पर पैसे का घंटी बजाना शुरू हो जाता है और बिजली जमा करने के लिए भी दबाव आने लगता है। क्या कहीं पर बिजली देने का दबाव नहीं पड़ता है क्या अधिकारियों के रवैया से लोगों में कहीं गुस्सा और कहीं मायूसी साफ तौर पर देखी जा रही है । वहीं पर बिजली का दूर दूर तक बिजली का थोड़ा अंश भी दिखाई नहीं दे रहा है । एक तो गर्मी का पारा 44 डिग्री के पार जा रहा है लेकिन बिजली विभाग का पारा 90 डिग्री चढ़ा हुआ है ऐसा लोगो का कहना है क्योंकि लोग बिजली विभाग के नंबरों पर संपर्क करते हैं तो लोगों के द्वारा फोन नहीं उठाया जाता है एवं फोन उठाने पर भी साफ तौर पर अपनी बात पूरी किए बिना ही लोगों की बात ना सुनते हुए फोन को काट दिया जाता है।
लोग इतने परेशान दिख रहे हैं लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगता है। आखिर इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा । बिजली विभाग के द्वारा दो-तीन साल पहले ही बिजली विभाग के द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से हर गांव में लाइन की व्यवस्था पुराने तारों को हटाकर नए केबल के रूप में विराजमान कर दी गई थी लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए क्योंकि अगर सही से केबल के तारों को गांव गांव में सुचारू रूप से दुरुस्त किया गया होता तो कितना भी हवा पानी आने पर लाइन की समस्या उत्पन्न नहीं होती । तो यह जांच का बहुत बड़ा विषय बनता है कि बिजली विभाग का लगाया हुआ पैसा कहां चला गया और सही काम अगर हुआ है तो बिजली हवा आंधी और हल्की फुल्की बारिश में भी रहती लेकिन हालात यह है कि थोड़ा सा भी हवा चल रहा है और बिजली गायब हो जा रही है तो इसका जिम्मेवारी लेने के लिए कौन तैयार है प्रतिनिधियों के द्वारा भी बिजली विभाग पर दबाव आखिर क्यों नहीं बनाया जा रहा है।
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