पूर्वांचल के किसानों के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत: अधिवक्ता अशोक दुबे
- Rohit R. Shukla, Journalist
- Dec 11, 2024
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मुंबई : अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता अशोक कुमार दुबे ने पूर्वांचल के किसानों की समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए ठोस कदम उठाने की अपील की है, उन्होंने किसानों के लिए कर्नाटक मॉडल अपनाने का सुझाव दिया, जहां मिनी ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों पर 90% तक की सब्सिडी दी जा रही है।
अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. अशोक दुबे ने कहा कि अगर सरकार पूर्वांचल के किसानों को भी मिनी ट्रैक्टर और आधुनिक कृषि उपकरणों पर सब्सिडी उपलब्ध कराए, तो उनकी उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सिंचाई सुविधाओं के विस्तार और आधुनिक सिंचाई तकनीकों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने जोर दिया कि किसानों को नई तकनीकों और वाणिज्यिक खेती के लिए प्रशिक्षित करने हेतु नियमित कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। किसानों की आर्थिक मजबूती के लिए आसान शर्तों पर कृषि ऋण उपलब्ध कराना और बाजार संरचना में सुधार कर उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करना भी आवश्यक है। इन उपायों से किसानों की समस्याओं का समाधान हो सकता है और वे उन्नति की राह पर आगे बढ़ सकते हैं।
उन्होंने केवल कृषि ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार की आवश्यकता बताई। महासंघ ने पूर्वांचल में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग की है, ताकि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकें। इसके अलावा, युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की भी मांग उठाई गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के अभाव ने क्षेत्र को पिछड़ा बना दिया है। अगर इन समस्याओं को हल कर लिया जाए, तो पूर्वांचल विकास की नई ऊंचाइयों को छू सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक किसान सशक्त नहीं होंगे, तब तक पूर्वांचल का विकास अधूरा रहेगा। किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता देते हुए सरकार को योजनाओं को लागू करना चाहिए।
अपना पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. दुबे के नेतृत्व में संस्था पदाधिकारी कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। महासंघ का मानना है कि अगर सरकार इन सुझावों पर अमल करती है, तो इससे न केवल किसानों को राहत मिलेगी, बल्कि पूर्वांचल के समग्र विकास में भी यह कदम मील का पत्थर साबित होगा।
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