केस दाखिल होने के बाद भी पानी माफिया नहीं छोड़ा पानी चोरी का धंधा

गटर को बनाया पानी स्टोर करने की टंकी

टैंकर द्वारा पानी निकालकर डाइंग कंपनियों में करता था सप्लाई

भिवंडी।। शहर में पालिका का पानी चोरी कर डाइंग व साइजिग कंपनियों में बिक्री करने का गोरख धंधा बड़े पैमाने पर किया जाता रहा है। इस अवैध धंधे में कई सफेदपोश जवाबदार लोग भी शामिल है। पालिका के गटर - नालों में पानी माफिया मोटी मोटी रबर की पाइप लाइनें डालकर सीधे डाइंग कंपनियों में पानी सप्लाई करते है। कुछ पानी माफिया कुआं से टैंकर के माध्यम से पानी चोरी कर रात के अंधेरे में पानी की ढुलाई करते है। एक ऐसे ही पानी माफिया के खिलाफ जलापूर्ति विभाग के क्लर्क विराज भोईर व उनकी टीम ने पकड़ कर पानी शांतिनगर पुलिस थाना में 20 नवंबर 2023 को शिकायत दर्ज कराया था। पुलिस ने सोहेल अंसारी नामक व्यक्ति के खिलाफ भादंवि की धारा 427,432 के तहत केस दर्ज कर लिया था। परन्तु सोहेल अंसारी पर पानी चोरी का केस दर्ज होने के बावजूद अपना धंधा शुरू रखा।

गौरतलब हो कि पालिका आयुक्त अजय वैद्य को पानी कम दाब से आने तथा कुछ क्षेत्रों में समय पर पानी ना आने की शिकायतें मिल रही थी। जिसके उपरान्त उन्होंने जलापूर्ति विभाग के अभियंता संदीप पटनावर के नेतृत्व में जलापूर्ति विभाग के कर्मचारियों का एक दस्ता तैयार किया तथा इसकी कमान जलापूर्ति विभाग के क्लर्क विराज भोईर सौंपा गया। विराज भोईर के नेतृत्व में अरफत खान, सुफियान, नफीस आदि कर्मचारियों की टीम तैयार की गई। जिसके बाद से लगातार पानी चोरों व माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू है। इसी क्रम में विराज भोईर अपने टीम के साथ नागांव, सलामतपुरा क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान सोहेल अंसारी को पुनः पालिका के गटर में पानी स्टोर कर पानी चोरी करते हुए पकड़ा है। इस मामले में विराज भोईर ने पंचनामा कर समरसेबल मशीन जब्त कर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू की है।

रिपोर्टर

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