फाइलेरिया की दवा खाने से जिला अन्तर्गत अनेकों विद्यालय के छात्र-छात्राओं की तबीयत हुआ खराब

बिस्कुट व पानी से मिला राहत


जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भुषण तिवारी की रिपोर्ट 


कैमूर ।।  जिला अंतर्गत अनेकों विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं की फाइलेरिया की दवा खाने से तबीयत हुआ खराब, डॉक्टरों द्वारा बिस्कुट व पानी से किया गया नियंत्रित। आपको बताते चले की स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी, फाइलेरिया की दवा जिला के अनेकों विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को, शिक्षकों व आशाओं  द्वारा एल्बेंडाजोल और फाइलेरिया दवा की गोली खिलाई गई। जिससे करीब 1 से 2 घंटे बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। आनन फानन में ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों के द्वारा बच्चों को जहां तहां नीजी व सरकारी अस्पतालों में पहुंचाया गया। जो की सूचना जिला में आग की तरह फैलने लगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मामला संज्ञान में आते ही डॉक्टरों के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया, की इस तरह के सभी मरीजों को दवा के रूप में पानी पिलाना है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि दवा खिलाने के बाद बच्चों को एक से डेढ़ गिलास पानी पिना था। पर कुछ बच्चों द्वारा पानी नहीं पिया गया। जिसके कारण हल्का-फुल्का अस्वस्थता का  लक्षण आया तो कुछ बच्चे अफवाहों की चपेट में आ गए जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई। इलाज के क्रम में बच्चों को बिस्किट और पानी पिलाने के उपरांत स्वस्थ होने पर छोड़ा गया। तो कुछ को हल्का-फुल्का इलाज के तौर पर पानी भी चढ़ाया गया गया। स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि फाइलेरिया और अल्बेंडाजोल की गोली कहीं से भी हानिकारक नहीं है। अफवाहों पर ध्यान न दें।

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