
उत्तर भारतीय मतदाता दुविधा के शिकार एक तरफ कुंआ तो एक तरफ खाई
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Apr 25, 2024
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भिवंडी।। भिवंडी लोकसभा क्षेत्र गोदाम व पॉवर लूम का शहर होने के कारण यहां पर भारी संख्या में उत्तर भारतीय मतदाता रहते है जो चुनावों में निर्णायक वोट माने जाते है। यूपी में योगी राज होने के कारण महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीय समाज का परंपरागत वोट भाजपा के झोली में जाता रहा है। किन्तु इस बार भाजपा महायुति में मनसे की एंट्री होने से उतर भारतीय समाज असमंजस के स्थिति में है उनके लिए एक तरफ कुंआ तो दूसरी तरफ खाई नजर आ रही है।
बतादें कि भिवंडी लोकसभा क्षेत्र में लगभग तीन लाख से ज्यादा मतदाता उतर भारतीय समाज का है। समाज में कई ग्रुप होने के कारण वोट भी कई हिस्सों में बंटा हुआ है। भिवंडी पालिका में एकमेव उतर भारतीय समाज का नगरसेवक है जो अपक्ष चुनाव जीतने के बाद भाजपा पार्टी में शामिल हुए थे। स्थानीय चुनावों में बड़ी पार्टियां उतर भारतीय समाज के लोगों चुनावी टिकट से कोसों दूर रखती है लेकिन झंडा बैनर इनसे ही उठवाया जाता है। नारे लगाने, मोर्चा आन्दोलनों में सबसे अग्रिम पंक्ति रखा जाता है। समाज के लोग जो सफेद पोश है वही लोग इनका सबसे ज्यादा शोषण किया है।
भाजपा को प्रत्येक बार समर्थन करने वाला यह समाज आज उत्तर भारतीय भवन के लिए तरस रहा है। गोदाम व पॉवर लूम कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की भैय्या बोलकर पिटा जाता है। इनके परिवार वालों के साथ छेड़छाड़ कर अपमान किया जाता है। रास्ते से इनकी पगार तक छीन ली जाती है। शहर की कुछ घटनाएं ऐसी हुई है। जिसकी जितनी निंदा की जाये उतना कम है। समाज का एक छोटा से तबगा आज भाजपा के साथ खड़ा है। इसी समाज के चंद लोग पूरा उतर भारतीय समाज भाजपा के साथ खड़ा होने का दावा कर रहे है जो किसी सफेद झूठ से कम नहीं है। कांग्रेस पार्टी के भिवंडी उतर भारतीय समाज सेल के शहर अध्यक्ष नारायण तिवारी ने ऐसे सफेद पोश नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर भारत में 12 प्रदेश आते है। जिसमें ओबीसी, एसटी, एससी और मुसलमान भी शामिल है। आज कांग्रेस पार्टी के साथ मजदूर, गरीब और कारीगर खड़ा है। भाजपा के उतर भारतीय नेताओं को अति विश्वास है कि इस बार 400 सौ पार, लेकिन गिनती के बाद कौन किसके साथ था। इसका खुलासा हो जायेगा।
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