अधिवक्ता पिता पुत्र की हत्या पर शोक सभा का किया गया आयोजन

कैमूर- भभुआं व्यवहार न्यायालय जिला अधिवक्ता संघ भवन में बिहार के छपरा सारण में अधिवक्ता पिता पुत्र की हत्या पर शोक सभा का किया गया आयोजन। आपको बताते चलें कि बिहार के छपरा सारण सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राम अयोध्या राय 60 वर्षीय एवं उनके पुत्र अधिवक्ता सुनील कुमार 24 वर्षीय कि हत्या बुधवार की सुबह 6:30 बजे छपरा सिविल कोर्ट जाते समय, कोर्ट से आधा किलोमीटर पहले दो मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने गोली मारकर किया।जिलाअधिवक्ता संघ भभुआं कैमूर के पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडेय द्वारा इस घटना का निंदा किया गया। अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी एवं उनके आश्रितों को एक करोड़ रूपये मुआवजा का किया गया मांग।  दिनांक 12 जून 2024 को समय 12:00 बजे दिन में जिलाअधिवक्ता संघ भवन भभुआं कैमूर के पुस्तकालय में छपरा सिविल कोर्ट के पिता पुत्र दो अधिवक्ताओं की हत्या के मामले को लेकर एक बैठक की गई, जिसकी अध्यक्षता संघ के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार एवं पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडेय ने किया।  बैठक में पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय ने बताया कि बिहार के छपरा सारण सिविल कोर्ट के दो अधिवक्ता पिता पुत्र दोनों मोटरसाइकिल से छपरा शहर से छपरा सिविल कोर्ट वकालत करने के लिए जा रहे थे। तभी कोर्ट से आधा किलोमीटर पहले मोटरसाइकिल पर सवार  6 अपराधियों ने पिता पुत्र दोनों अधिवक्ताओं को गोली मारकर घायल कर दिया,दोनों घायल अधिवक्ताओं को सदर अस्पताल छपरा में ले जाया गया,जहां पर डॉक्टरों ने  मृत घोषित कर दिया। जिस घटना की जिला अधिवक्ता संघ कैमूर भभुआं निंदा करते हुए मांग करता है, कि दोनों अधिवक्ताओं के हत्या में शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी एवं दोनों अधिवक्ताओं के आश्रितों को एक करोड़ रूपया सरकार से आर्थिक मुआवजा व मृतक के परिवार की सुरक्षा तत्काल दिया जाए।इसमें शामिल अपराधियों की स्पीडी ट्रायल चलाने की मांग किया, पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडेय ने कहा कि आए दिन हो रहे अधिवक्ताओं की हत्या। व हमले  पर बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा ऐसी घटनाओं पर संज्ञान नहीं लेना बहुत ही शर्म की बात है। मैं बिहार सरकार और केंद्र सरकार से मांग करता हूं की अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम राज्य सरकार और केंद्र सरकार त्वरित लागू क।रें पूर्व में भी भभुआ सिविल कोर्ट के अधिवक्ता रणविजय सिंह की गोली मारकर  नवंबर माह सन 1999 में अपराधियों ने हत्या कर दिया था। उसके पूर्व सन 1996 में खनाव गांव के अधिवक्ता रामराज पांडेय को भी अपराधियों ने गोली मारा था लेकिन  वह बच गए थे।आए दिन हो रहे इस तरह की घटना की निंदा करते हुए दोनों अधिवक्ताओं के मृत्यु पर शोक सभा का आयोजन किया गया 2 मिनट का मौन रखा गया इस बैठक में  पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय अधिवक्ता रामानंद सिंह सुनील कुमार सिन्हा जितेंद्र सिंह चंद्रमा सिंह इत्यादि उपस्थित रहें।

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