मुजफ्फरपुर में पत्रकार की हत्या के विरुद्ध कलमकारों में आक्रोश अधिवक्ताओं ने किया निंदा

न्यायपालिका व पत्रकारिता पर हमला विधायिका और कार्यपालिका पर सवालिया निशान

कैमूर-- जिला मुख्यालय भभुआं व्यवहार न्यायालय स्थित अधिवक्ता संघ भवन में, कैमूर अधिवक्ता संघ के पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडेय के नेतृत्व में शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें मुजफ्फरपुर में पत्रकार शिव शंकर झां की चाकू मारकर की गई हत्या के शोक में 2 मिनट का मौन ब्रत धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए निंदा किया गया। आपको बता दें कि 26 जून 2024 को ऐसी घिनौनी वारदात को अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया। जिसके विरुद्ध मिडिया समुह के श्रमजीवी संगठन के साथ ही अन्य कलमकार बंधुओं में भारी आक्रोश है। वही कैमूर अधिवक्ता संघ के द्वारा 27 जून को शोकसभा आयोजित कर ऐसे विभत्स घटनाओं का बहुत निंदा किया गया। यदि देखा जाए तो प्रदेश के साथ ही देश के किसी भी कोने में न्यायपालिका के अंग अधिवक्ता एवं पत्रकारिता के अंग कलमकार सुरक्षित नहीं है, आयें दिन इन पर हमला होते रहता है। इस ओर गंभीरता से विचार किया जाए तो विधायिका एवं कार्यपालिका सवालों के घेरे में प्रतीत हो रहा है। शोक सभा का संचालन अधिवक्ता  संघ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार के द्वारा किया गया। इस बैठक के दौरान मंटू पांडेय ने कहा कि देश के न्यायपालिका के अंग अधिवक्ता एवं पत्रकारिता पर हमले के साथ ही हत्याएं आए दिन किए जा रहे हैं तथा इस घटना की निंदा करते हुए पत्रकार शिव शंकर झा के परिजनों को सुरक्षा इसके साथ ही 20 लाख रुपए मुआवजे तथा पत्रकार के आश्रितों को नौकरी की मांग भी की गई। उक्त शोक सभा में  महासचिव ओम प्रकाश प्रदीप पांडेय, गणेश्वर चौबे, ललन तिवारी, शशि कुमार मिश्रा, मनीष कुमार ओझा, विद्या कुमार पांडेय के साथ ही काफी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे। यदि देखा जाए तो इस तरह की घटनाएं देश के शासन  प्रशासन पर सवालियां निशान खड़ा करता है। क्योंकि अनेकों बार ऐसी घटनाओं को अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया, पर अधिकांश मामलों में देश का शासन प्रशासन अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करने में नगण्य रहा है।

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