भिवंडी ग्रामीण सीट पर बगावत की आहट: शिवसेना शिंदे गुट के शांताराम मोरे की टिकट पर सस्पेंस

भाजपा की स्नेहा पाटील निर्दलीय के रूप में मैदान में


भिवंडी। शिवसेना में टूट के बाद बने शिंदे गुट से जुड़े बागी विधायकों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा था। लेकिन मंगलवार देर रात जारी की गई पहली सूची में भिवंडी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक शांताराम मोरे का नाम न होने से क्षेत्र में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं।

भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र से मोरे की जगह किसी और नाम का ऐलान न होने पर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। इसी बीच, भाजपा ने भी इस क्षेत्र में अपनी सियासी ताकत बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। काल्हेर ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच और भाजपा की प्रमुख नेता स्नेहा पाटील ने अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है। पाटील ने गुरुवार को नामांकन भरने के दौरान शक्ति प्रदर्शन करने की योजना बनाई है, जिससे शिंदे गुट के भीतर हलचल मच गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शिंदे गुट शांताराम मोरे को दोबारा टिकट देगा या फिर क्षेत्र में भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में स्नेहा पाटील का प्रभाव बढ़ेगा।

रिपोर्टर

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