भिवंडी की राजनीति में भूकंप, सपा का दोहरा खेल !

भिवंडी। भिवंडी की राजनीति में इस चुनाव में सपा ने ऐसा दांव चला है कि नेता, कार्यकर्ता और मतदाता सब हैरान है ! एक ओर पूर्व सीट पर महाविकास आघाडी के उम्मीदवार के तौर पर सपा ने उम्मीदवार उतारा है और महाविकास आघाडी गठबंधन के साथ है, जहां रईस कासम शेख को लेकर सपा के नेता बढ़-चढ़ कर प्रचार कर रहे है। मगर पश्चिम सीट पर वही सपा ने गठबंधन तोड़ते हुए पूर्व भिवंडी शहर अध्यक्ष रियाज आजमी को मैदान में उतार दिया है, जो महाविकास आघाडी के दयानंद चोरघे के खिलाफ खड़े है।

असली धमाका: सपा के भीतर दो खेमों का आमना-सामना ! ::::

सूत्र बताते हैं कि सपा में दो गुटों की खाई इतनी बढ़ गई है कि अब दोनों ही खेमे एक-दूसरे की सभाओं से दूर रहते है। रियाज आजमी और रईस कासम शेख के समर्थक खुले तौर पर एक-दूसरे का विरोध कर रहे है। कोई कंधे से कंधा मिलाने को तैयार नहीं और जब पूछो तो बातों को टालकर "कन्नी काट जाते है।"

मतदाताओं में जबरदस्त उलझन, सपा की सियासत पर सवाल ! ::::

मतदाता भी पसोपेश में हैं कि आखिर वो किसका साथ दें। एक तरफ सपा के परंपरागत मतदाता हैं जो रियाज आजमी की सामाजिक सेवा के कायल हैं, तो दूसरी ओर महाविकास आघाडी के वोटबैंक का खेल भी जारी है।

कड़े मुकाबले की ओर भिवंडी, कहीं सपा की फूट भारी ना पड़ जाए ! :::

भाजपा के महेश चौघुले, वारिस पठान और विलास पाटिल जैसे प्रत्याशियों के बीच इस सीट पर कांटे की टक्कर है। सपा की दोहरी चाल से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है, लेकिन इसका असर मतदाताओं की नज़रों में सपा की छवि पर भी पड़ सकता है। अब देखना होगा कि सपा की ये अंदरूनी फूट भिवंडी के राजनीतिक समीकरण को किस दिशा में मोड़ती है।

रिपोर्टर

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