वेयरहाउस में 9 नाबालिग बच्चों से मजदूरी मालिक पर केस दर्ज
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Dec 21, 2024
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भिवंडी। भिवंडी के नारपोली पुलिस थाना क्षेत्र में एक वेयरहाउस में नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराने का मामला सामने आया है.सामाजिक संस्थाओं की सक्रियता से पुलिस ने छापेमारी कर 9 नाबालिग बच्चों को मुक्त कराया। बच्चों को अमानवीय परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया गया था। मामले में वेयरहाउस मालिक रामाराम सुतार के खिलाफ बाल श्रम निषेध अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक लोढा अप्पर ठाणे बिल्डिंग टीआरए के फ्लैट नंबर 403 में संचालित "स्मार्ट पैकेजिंग सॉल्यूशन" नामक वेयरहाउस में यह अवैध गतिविधि चल रही थी। यहां इलेक्ट्रॉनिक सामान की पैकिंग के लिए 12 से 17 वर्ष की उम्र के 9 बच्चों को काम पर रखा गया था। इन बच्चों में रेखा सुनिल लष्कर (14), ज्योति बाबूलकर येल्लप्पा (14), दुर्गा नागेश पवार (12)और अन्य मासूम शामिल थे।
आई फाउंडेशन और अखिल भारतीय सेना के ठाणे जिला प्रमुख राजेश दत्ताराम दाखिनकर ने इस मामले की शिकायत भिवंडी सहायक कामगार आयुक्त कार्यालय में की थी। इसके बाद जिला महिला व बाल विकास कार्यालय और नारपोली पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान सभी बच्चों को मुक्त कराकर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। पुलिस ने आरोपी मालिक रामाराम सुतार के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, मालिक फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। बचाए गए बच्चों को सुरक्षित स्थान पर भेजकर उनकी उचित देखभाल और पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी। नारपोली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि बाल श्रम जैसी अमानवीय गतिविधियों की जानकारी मिलने पर तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को सूचित करें। बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने भिवंडी में बाल अधिकारों और श्रम कानूनों के पालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सामाजिक संगठनों ने दोषियों को कड़ी सजा देने और बच्चों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
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