पंच संपदाओं का संरक्षण आदर्श गाँव की पहचान है- उपाध्यक्ष मोहन नागर


नरसिंहगढ़, राजगढ़ । नरसिंहगढ़ मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद नरसिंहगढ़ के  द्वारा आदर्श ग्राम के रूप में चयनित एवं प्रस्फुटन ग्राम बिहार में  ग्राम उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए साथ ही परिषद के  जिला समन्वयक प्रवीणसिंह पंवार, ब्लॉक समन्वयक खजानसिंह ठाकुर ने भी सहभागिता की। आदर्श ग्राम में प्रथम आगमन पर उपाध्यक्ष द्वारा खेड़ापति गणेश माता बिहार में स्थित प्राचीन गणेश प्रतिमा का पूजा दर्शन किया एवं उसके पश्चात जन सूचना केंद्र का औपचारिक उद्घाटन किया गया साथ ही समिति के कार्यालय एवं वाचनालय का भी अवलोकन किया तत्पश्चात ग्राम उत्सव कार्यक्रम का मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन करके कन्या पूजन के साथ कार्यक्रम की  की शुरुआत की गई तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत प्रस्फुटन समिति बिहार के सदस्यों के द्वारा किया गया l उसके पश्चात समिति के कार्यों का प्रतिवेदन हरिओम जाटव ने प्रस्तुत किया। तत्पश्चात वृद्ध जनों एवं प्रतिभाओं का सम्मान समिति द्वारा किया गया।

तत्पश्चात परिषद के जिला समन्वयक श्री पँवार द्वारा अपने उद्बोधन में समिति द्वारा किये गये कार्यो में ग्रामीणों के योगदान से हुए परिवर्तन के बारे में बताते हुए आदर्श ग्राम के रूप में अपने गाँव को स्थापित करने में प्रस्फुटन समिति के सदस्यों एवं परिषद  के प्रयासों को सफल बनाने में सहयोग करने का आह्वान किया । 

तत्पश्चात जनप्रतिनिधि लखन भंडारी द्वारा भी समिति के कार्यों के प्रशंसा करते हुए जन अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया । 

प्रदेश उपाध्यक्ष श्री नागर द्वारा  आदर्श ग्राम की अवधारणा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक गांव में पांच प्रकार के संपदायें होती हैं जैसे वन संपदा, भू संपदा, जल संपदा, मानव संपदा आदि  जिन्हें पंच महाभूत भी कहा जाता है जिस ग्राम में इन पांच संपदाओं का संरक्षण होता है वह आदर्श ग्राम के श्रेणी में आते हैं और बिहार भी ऐतिहासिक दृष्टि से प्राकृतिक रूप से अपने आप में आदर्श ग्राम है जिसमें ग्रामीणों के माध्यम से ग्राम विकास के क्षेत्र में किए गए कार्य प्रसंसनीय है कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन समिति अध्यक्ष धनसिंह कुशवाह की ओर से हरिओम जाटव द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम समापन के पश्चात समिति द्वारा उपाध्यक्ष जी को स्मृति चिन्ह के रूप में नरसिंहगढ़ के पर्यटक स्थलों का चित्र सप्रेम  भेंट किया।  इस अवसर पर नवांकुर संस्था कुरावर के सुनील राज, हीरापुरा के विक्रमसिंह  लववंशी, पिपलिया बीरम के कैलाशसिंह राजपूत, परामर्शदाता रंगलाल नागर, नटवरसिंह, अमिय कश्यप, मनीषा सक्सेना, प्रस्फुटन समितियों के बसंत नागर, रामबाबू धाकड़, दिनेश भंडारी, विनोद नागर के साथ ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच भगवानसिंह कुशवाह, वर्तमान सरपंच मांगीलाल नागर, सचिव मोर सिंह नागर, ग्राम बिहार की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बबीता चौधरी  के साथ ग्राम विकास समिति बिहार के मनीष कुशवाह, गोविंद दायमा, भीम कुशवाह, मनोहर कुशवाह, महेश कुशवाह, घूड़े लाल कुशवाह, राधेश्याम कुशवाह, ओम प्रकाश कुशवाह, हरिसिंह कुशवाह बीएसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

अनुभूति कार्यक्रम में हुए शामिल 

बिहार कार्यक्रम के पश्चात उपाध्यक्ष श्री नागर वन प्राणी अभ्यारण चिड़ियों में आयोजित अनुभूति कार्यक्रम में शामिल हुए तथा अनुभूति कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले छात्र-छात्राओं से भी संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि प्रकृति तथा प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र के व्यवस्थित रूप से संचालन हेतु किस तंत्र के सभी जीव जंतु प्राणियों का सुरक्षित रहना आवश्यक है ।

इस अवसर पर वन्य मंडल के अधिकारी कर्मचारी एवं मास्टर ट्रेनर भगवती शरण शर्मा, अखिलेश शर्मा, हेमराज नागर वह स्कूल के छात्र-छात्राओं के साथ स्कूलों के अध्यापक भी उपस्थित रहे ।

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