भिवंडी अंजूर के ऐतिहासिक गणेश मंदिर में धूमधाम से मनाया गया 76वां माघी गणेशोत्सव

भिवंडी। माघी गणेश जयंती के अवसर पर पूरे देश में गणेशोत्सव की धूम देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में भिवंडी तालुका के अंजूर गांव में स्थित 306 वर्ष पुराने ऐतिहासिक सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में 76वां माघी गणेशोत्सव बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गणेश दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।

गौरतलब हो कि अंजूर गांव, जो कि भिवंडी तालुका के खाड़ी क्षेत्र में स्थित है।ऐतिहासिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण रहा है। पेशवाओं के इनामदार गंगाजी नाइक के शासनकाल में यह क्षेत्र था, जब इस इलाके में पुर्तगालियों का दबदबा था। पुर्तगालियों के खिलाफ संघर्ष में नाइक परिवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मंदिर की स्थापना की एक रोचक कहानी है। चिंचवड़ (पुणे) के प्रसिद्ध संत मोरया गोसावी के पोते नारायणदेव महाराज ने गंगाजी नाइक को एक उजवी सोंड वाले (दाहिनी सूंड वाले) सिद्धिविनायक गणेश की मूर्ति भेंट की और कहा कि इस मूर्ति की नियमित पूजा करने से उन्हें सफलता मिलेगी। इसी आस्था के साथ 306 वर्ष पहले गंगाजी नाइक ने अपने वाडे (घर) में इस मंदिर की स्थापना की। पुराने समय में इस क्षेत्र में यातायात के साधन सीमित थे, जिसके कारण 1950 में माघी गणेशोत्सव की शुरुआत की गई। इस वर्ष इस उत्सव ने 76 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर मुंबई, ठाणे और पुणे जैसे विभिन्न शहरों में बसे नाइक परिवार के सदस्य विशेष रूप से अंजूर गांव पहुंचते हैं और अपने कुलदेवता के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। श्री सिद्धिविनायक मंदिर अंजूर ट्रस्ट के कार्यवाह संतोष नाइक ने बताया कि इस ऐतिहासिक मंदिर में हर साल भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, और इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। 76वें माघी गणेशोत्सव में उमड़े श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि और मंगलकामना की।

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