मनरेगा मजदूरों को नहीं मिलता साल में 100 दिन रोजगार, ग्राम पंचायत में मनमानी के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रमिक

संवाददाता सुचित पाण्डेय की रिपोर्ट 

रामपुर (कैमूर)-- रामपुर प्रखंड के संघ से ताल्लुकात रखने वाले भारद्वाज बिन्द ने बताएं कि महात्मा गांधी ग्राम रोजगार गारंटी योजना में पंजीकृत मजदूर को साल भर के दौरान 100 दिन का काम दिए जाने का नियम निर्धारित है लेकिन ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत में मनमानी के चलते इसका पालन नहीं हो पा रहा है| साथ ही समय पर मजदूरी का भी भुगतान नहीं होता है| इससे पंजीकृत मजदूर आर्थिक तंगी से परेशान रहते हैं| रामपुर प्रखंड मैं कुल 9 पंचायत हैं इस में कई हजार मजदूरों ने नरेगा में अपनी जॉब कार्ड बनवा रखे हैं| दिक्कत यह है कि इन मजदूरों को मनरेगा से नियमित रूप से काम नहीं मिल पाता है कई ऐसे कार्य जो मजदूरों के माध्यम से कराए जाने चाहिए उन्हें मुखिया और रोजगार सेवक मशीनों को लगाकर पूरा कर लेते हैं| और प्लांटेशन लगाकर एक ही साइड पर मेंटेनेंस कर करीब 3 साल से पैसे की निकासी की जा रही है| और वहां देखा जाए तो एक भी पौधा नहीं है जहां पर 400 पौधों की पैसा निकासी की जा रही है| और यह प्लांटेशन की पैसे ऐसी-ऐसी व्यक्ति की खाते में डाली जा रही है जो प्राइवेट जॉब किसी कंपनी में करते हैं एक ही समय एक ही व्यक्ति दो जगह कैसे काम कर सकता है| हालांकि इसके लिए कोई साक्ष्य न रखते हुए बताएं कि इसके लिए आरटीआई किए हुए हैं जवाब आने पर बरीय अधिकारी तक आवेदन जाएगी|

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