
श्रीरामनवमी महोत्सव में स्वामी प्रेमस्वरूप चैतन्य का प्रवचन – "विपरीत परिस्थितियों में भी न हों विचलित, भगवान राम से लें प्रेरणा"
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Apr 08, 2025
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भिवंडी। शहर के मानसरोवर स्थित बास्केटबॉल ग्राउंड में आदर्श रामलीला मंडल एवं हिंदू जागृति सभा द्वारा स्वामी गंभीरानंद आश्रम के मार्गदर्शन में श्रीरामनवमी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी प्रेमस्वरूप चैतन्यजी महाराज ने श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
स्वामीजी ने अपने प्रवचन में कहा कि भगवान राम ने अपने जीवन में अनेक विपरीत परिस्थितियों का सामना किया, लेकिन कभी विचलित नहीं हुए। जब उन्हें राजा बनने की घोषणा हुई, तभी उन्हें वनवास की आज्ञा मिल गई, फिर भी उन्होंने इसे सकारात्मक रूप में स्वीकार किया। उन्होंने माता कैकेयी से कहा कि इस वनवास से उन्हें चार लाभ मिलेंगे – पिता के वचन की पूर्ति, माता कैकेयी की इच्छा की पूर्ति, भाई भरत का राज्याभिषेक और ऋषि-मुनियों का सान्निध्य।
स्वामीजी ने माता शबरी के अद्वितीय विश्वास की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने 18 वर्ष की आयु से लेकर 80 वर्ष तक अपने गुरु की बातों पर विश्वास करते हुए भगवान राम की प्रतीक्षा की और अंततः उन्हें भगवान के दर्शन प्राप्त हुए। उन्होंने कहा, "यदि शबरी जैसा विश्वास रखोगे तो भगवान स्वयं तुम्हारे पास आएंगे, पर यदि रावण जैसा अहंकार पालोगे तो विनाश निश्चित है।"
इस मौके पर आश्रम के वंदेमातरम ग्रुप द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. प्रभाकर विश्वकर्मा, दीपमाला विश्वकर्मा, अनुराग झा, पं. विवेक पांडेय, अभिषेक पांडेय, शिवम सिंह, उज्वला कुसुमा, निपुण विश्वकर्मा, सुनील जमादार एवं सत्यम झा ने सुमधुर प्रस्तुतियाँ दीं। साथ ही, रामलीला के विविध प्रसंगों का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें दशरथ-कैकेयी संवाद, शबरी आश्रम में श्रीराम का आगमन, तथा अशोक वाटिका में रावण द्वारा सीता माता को भयभीत करने के दृश्य प्रमुख रहे।
महोत्सव के अवसर पर 'गुरुकुल संदेश' पत्रिका का लोकार्पण स्वामीजी महाराज के कर-कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विधायक महेश चौगुले, संतोष शेट्टी, बीजेपी जिलाध्यक्ष हर्षल पाटील, शिवसेना (यूबीटी) शहर प्रमुख प्रसाद पाटील एवं बीजेपी उत्तरभारतीय मोर्चा के अध्यक्ष मंगेश यादव सहित कई गणमान्य अतिथियों का शाल और श्रीफल देकर सम्मान किया गया। इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में मंडल के अध्यक्ष सत्यप्रकाश सिंह, सचिव मंगलेश शर्मा सहित समस्त पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आश्रम के सेवाधारीजन का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन प्रो. कुलदीपसिंह राठौर ने किया।
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