
प्रतीक्षा में भिवंडी मनपा के वरिष्ठ कर्मचारी, आईएएस अधिकारी से न्याय की आस
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Apr 08, 2025
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भिवंडी। भिवंडी-निज़ामपुर शहर महानगरपालिका में पिछले कुछ वर्षों से गुटबाजी और सिफारिश के चलते प्रशासनिक पदों पर वरिष्ठ कर्मचारियों को दरकिनार कर, निम्न पदों के कर्मचारियों को प्रभारी पदों पर नियुक्त किया जाता रहा है। इससे न केवल वरिष्ठता का उल्लंघन हुआ है, बल्कि वर्षों की सेवा और अनुभव रखने वाले कर्मचारी अन्याय का शिकार होते रहे हैं।
पालिका के विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने समय-समय पर आयुक्तों से मांग की थी कि प्रभारी पदों पर नियुक्ति में वरिष्ठता का सम्मान किया जाए। परंतु भ्रष्टाचार और पक्षपातपूर्ण निर्णयों के कारण, अयोग्य या अल्प अनुभवी कर्मचारियों को लाभ मिलता रहा, जिससे ईमानदार और कर्मठ कर्मचारियों का मनोबल टूटता गया।
सूत्रों के अनुसार, एक समय भिवंडी मनपा के 12 कर्मचारियों का जाति प्रमाणपत्र डुप्लीकेट पाए जाने के कारण मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुँचा। न्यायालय ने सभी 12 कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त करने का निर्देश दिया था। उस समय तत्कालीन आयुक्त डॉ.पंकज अशिया (IAS) ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें ठेके पद्धति से दोबारा काम पर रखा, किंतु शर्त यह रखी कि वे किसी प्रशासनिक फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे और हर 11 महीने पर उनका अनुबंध नवीनीकरण होगा। बाद के आयुक्तों ने इस नीति का दुरुपयोग करते हुए ठेके पद्धति पर नियुक्त इन कर्मचारियों को उच्च पदों पर बैठाना शुरू कर दिया, यहां तक कि कुछ को सहायक आयुक्त जैसे पदों पर भी नियुक्त किया गया। यह प्रक्रिया न केवल नियमों के खिलाफ है, बल्कि इससे वरिष्ठ कर्मचारियों के हक का भी हनन हुआ है। शहर के जागरूक नागरिकों और कर्मचारी संगठनों ने अब पुनः मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए, ठेके पर कार्यरत कर्मचारियों को उनके मूल पद पर वापस भेजा जाए, और वरिष्ठता के आधार पर योग्य कर्मचारियों को प्रशासनिक पदों की जिम्मेदारी सौंपी जाए अब सबकी निगाहें नए आयुक्त अनमोल सागर की ओर हैं, जो एक आईएएस अधिकारी हैं। वरिष्ठ कर्मचारी आशा लगाए बैठे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा और वर्षों का अन्याय समाप्त होगा।
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