
निकम्मी प्रशासन ने जनप्रतिनिधि के घर अर्धरात्रि को घुसकर की थी मारपीट, प्रशासन पर जानलेवा हमले की आरोप लगा किया गिरफ्तार
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jun 20, 2025
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परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने परिजनों से मिलकर ली जानकारी
रोहतास-- जिला के निकम्मी प्रशासन द्वारा जिला के धर्मपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत¡ शिशरीत गांव में जनप्रतिनिधि के घर अर्धरात्रि को घुसकर की मारपीट, अपनी कमियों को छुपाने के लिए प्रशासन पर जानलेवा हमले की मामला दर्ज कर जनप्रतिनिधि समेत एक रिश्तेदार व घर के महिला को किया गिरफ्तार। आपको बताते चलें की विगत 13 जून को रोहतास जिला के अगरेर थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरी टोला गांव में, एक दलित वर्ग की महिला व उनके दो बच्चों के साथ भुमि विवाद की वजह से बहुत ही बेरहमी के साथ कुछ लोगों द्वारा मारपीट करने का वीडियो तेजी से वायरल होने लगा।
महिला द्वारा 19 ज्ञात व 30 से 40 अज्ञात लोगों के विरुद्ध थाना प्रशासन को आवेदन सौंप न्याय की गुहार लगाया गया। जिसमें नोखा पश्चिमी के जिला पार्षद कृष्ण मुरारी मिश्र उर्फ मेलु मिश्र के उपर भी ज्ञात में आरोप लगाया गया। रोहतास जिला प्रशासन द्वारा जल्दबाजी में अपनी उपलब्धि दिखाने के चक्कर में, वायरल वीडियो में कैद लोगों की पुष्टि किए बिना ही सिर्फ पीड़ित के आरोप पर ही अगरेर थाना कांड संख्या- 105/25 दर्ज कर कार्यवाही प्रारंभ कर दिया गया। जबकि प्रशासन द्वारा वीडियो में दिख रहे लोगों की आवेदक द्वारा दी गई आरोपियों की नाम की पुष्टि करना जरूरी था, साथ ही जिस व्यक्ति पर आरोप लगा है सम्मिलित है या नहीं इसकी भी पुष्टि जरूरी था, पर रोहतास की निकम्मी प्रशासन द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए, आरक्षी अधीक्षक रौशन कुमार के निर्देश पर विगत 14 जून को अगरेर थाना प्रभारी के नेतृत्व में थाना प्रभारी नोखा, थाना प्रभारी धर्मपुरा, थाना प्रभारी बघैला, थाना प्रभारी करगहर, थाना प्रभारी बड़हरी के साथ ही उपरोक्त थाने के सशस्त्र बलों द्वारा संयुक्त रूप से आरोपियों के घर छापेमारी किया गया। जिस क्रम में धर्मपुरा थाना क्षेत्र के शिशरीत गांव में नोखा प्रखंड पश्चिमी क्षेत्र के जिला पार्षद कृष्ण मुरारी मिश्र उर्फ मेलु मिश्र के घर अर्धरात्रि समय 2:00 बजे के लगभग प्रशासन सीढ़ी लगाकर घर में घुस गया। और जन प्रतिनिधि के साथ ही एक रिश्तेदार, घर की महिलाओं व बच्चों के साथ भी मारपीट किया गया। प्रशासन की माने तो जन प्रतिनिधि द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया आधे घंटे से अधिक दरवाजे पर दस्तक देने के बावजूद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली अंततः सीढ़ी के माध्यम से घर में घुसने की कोशिश किया गया तो जनप्रतिनिधि सहित पारिवारिक सदस्यों द्वारा पथराव किया गया, जिसमें एक पुलिस कर्मी को सिर में चोट आने की बात बताया जा रहा है। वही जनप्रतिनिधि के पारिवारिक सदस्यों की माने तो दरवाजा पर दस्तक की आवाज किसी के द्वारा नही सुना गया, और सीढ़ी के माध्यम से चढ़ने के क्रम में उपरी मंजिल पर लगे कराकट की सुरक्षा हेतु रखें ईंट
हो सकता है कि गिर पड़ा हो।
वही पारिवारिक सदस्यों द्वारा बताया गया कि प्रशासन द्वारा घर में चुपके से घुस खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए जनप्रतिनिधि, रिश्तेदार, महिलाओं सहित घर के बच्चों
के साथ अभद्रता कर बूरी तरह से मारपीट किया गया। प्रशासन द्वारा न्यायालय के समक्ष अगरेर थाना कांड संख्या-105/25 में गिरफ्तारी न दिखा धर्मपुरा थाना कांड संख्या- 71/25 प्रशासन पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा गिरफ्तारी दिखाया गया। इससे स्पष्ट होता है की रोहतास प्रशासन निकम्मी है, यदि वायरल वीडियो में कैद लोगों की पुष्टि किया गया होता तो ऐसी नौबत नहीं आती।
मामले की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार के दिन परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा पहुंच जनप्रतिनिधि के पारिवारिक सदस्यों से मामले की जानकारी लिया गया। जिसके उपरांत रोहतास आरक्षी अधीक्षक रौशन कुमार
से मिल उचित निर्णय हेतु आग्रह किया गया।
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