भिवंडी शहर में ज़हर उगल रहे प्लास्टिक मोती कारखाने, लोग सांस लेने को मजबूर

भिवंडी। भिवंडी शहर का आशबीबी कल्याण रोड क्षेत्र इन दिनों गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है। रतन साइजिंग कंपनी के पास, जय अंबे कंपाउंड, रतन साइजिग के पास शाॅप नंबर -728 में अकबर अली सय्यद द्वारा अवैध रूप से संचालित प्लास्टिक मोती कारखाने स्थानीय नागरिकों के लिए जानलेवा बनता जा रहा हैं। इन कारखानों से निकलने वाला धुआं और रसायनों की दुर्गंध हवा में इस कदर घुल चुकी है कि लोगों को दमा, टीबी और सांस संबंधी कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह कारखाना न केवल अवैध रूप से चलाया जा रहा है, बल्कि इसमें प्लास्टिक मोतियों को रंगने का काम भी किया जाता है। इस प्रक्रिया में उपयोग होने वाले केमिकल इतने तीव्र और जहरीले हैं कि आसपास का वातावरण पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है।बच्चों और बुजुर्गों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। कई परिवार अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं, जबकि शेष लोग भय और लाचारी के बीच जीने को मजबूर हैं।

सूत्रों की मानें तो भिवंडी शहर में इस तरह के लगभग 250 से अधिक अवैध प्लास्टिक मोती कारखाने चल रहे हैं, जिनमें से अधिकांश रिहायशी इलाकों के बीच स्थित हैं। यह न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि स्पष्ट रूप से कानून का उल्लंघन भी है। प्रश्न यह उठता है कि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) भिवंडी क्षेत्रीय कार्यालय और भिवंडी मनपा पर्यावरण विभाग की भूमिका क्या है ? कल्याण स्थित एमपीसीबी कार्यालय व पालिका के पर्यावरण विभाग के अधिकारी क्या इन कारखानों के अस्तित्व से अनजान हैं, या फिर यह सारा कारोबार उनके संरक्षण में फल-फूल रहा है ? यह स्थिति जांच का विषय है। रिहायशी इलाकों के बीच इस प्रकार के जहरीले उद्योगों की मौजूदगी न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि संविधान प्रदत्त "स्वस्थ जीवन के अधिकार" को भी सीधा चुनौती देती है। स्थानीय सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इन अवैध कारखानों को तुरंत सील किया जाए, और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाए। साथ ही, जिन लोगों का स्वास्थ्य इस प्रदूषण से प्रभावित हुआ है, उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता और मुआवजा भी दिया जाए।

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शहर के तमाम मोती कारखानों पर कार्रवाई करने के लिए महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल कल्याण विभाग को पत्र व्यवहार किया गया है और जल्द की कार्रवाई शुरू की जायेगी।

--- एन.एन.संख्खे,पर्यावरण विभाग प्रमुख भिवंडी मनपा।

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