बरसात थमते ही भिवंडी में दुर्गंध का कहर, नागरिक बेहाल

भिवंडी। भिवंडी क्षेत्र में तीन दिन तक लगातार हुई बारिश ने शहर की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। बरसात थमते ही गलियों और मोहल्लों में असहनीय दुर्गंध फैल गई है, जिससे आमजन का सांस लेना दूभर हो गया है। जगह-जगह सड़ते कचरे के ढेर और गंदगी से भरे नाले साफ-सफाई की लचर व्यवस्था का खुला सबूत दे रहे हैं।

निवासियों का कहना है कि हर साल बारिश में यही स्थिति बनती है, लेकिन इस बार हालात और भी बदतर हो गए हैं। नालों की समय पर सफाई न होने से बरसात के पानी के साथ कचरा बहकर सड़कों पर आ गया। परिणामस्वरूप कई इलाकों में जलजमाव तो खत्म हो गया, लेकिन पीछे छोड़ी गई गंदगी और दुर्गंध से बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। मलेरिया, डेंगू और फूड प्वॉइजनिंग जैसी बीमारियों की आशंका को देखते हुए नागरिक प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।आश्चर्य की बात यह है कि नगर पालिका का आरोग्य व स्वच्छता विभाग इस गंभीर स्थिति से अनजान बना हुआ है। नागरिकों का आरोप है कि शिकायत करने के बावजूद अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। सफाई कर्मचारियों की तैनाती और कचरा उठाने की व्यवस्था सिर्फ कागजों तक सीमित दिख रही है।शहर वासी सवाल कर रहे हैं कि आखिर मनपा आयुक्त और उनका पूरा प्रशासन किस बात का इंतजार कर रहा है? क्या नागरिकों की सेहत खतरे में पड़ने के बाद ही सफाई होगी? लोगों का कहना है कि अगर शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भिवंडी में महामारी जैसी स्थिति बनने से कोई नहीं रोक पाएगा नागरिकों की नाराजगी और प्रशासन की चुप्पी ने इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है। अब देखना यह है कि आयुक्त कब तक खामोश रहते हैं और कब तक शहर इस दुर्गंध और गंदगी का बोझ झेलता रहेगा।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट