अब लालू जी की रिहाई के लिए करेंगे LP आंदोलन

बिहार से धर्मपाल कुमार की रिपोर्ट 

पटना ।। 20 जनवरी को होनेवाले लालू प्रसाद मूवमेंट को स्थगित देने के बाद में तेजप्रताप ने ये दलील देकर सबको चौका दिया कि तेजस्वी के पटना में नहीं रहने के चलते उन्होंने एलपी मूवमेंट को तत्काल स्थगित किया है जबकि इससे पहले कई बार ऐसे मौके आए जब तेज-तेजस्वी ने एक-दूसरे के बगैर हीं कई रैलियां की हैं ।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के दोनों बेटे यानि तेजस्वी-तेजप्रताप यादव की जोड़ी एक बार फिर से साथ होगी. पिछले कुछ समय से अलग-अलग चल रहे दोनों भाईयों को उनके पिता लालू ने फिर से मिलवाया है ।

लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने पिता की बात मानते हुए अपना दिल बड़ा कर लिया है और अर्जुन यानि तेजस्वी के साथ चलने का मन बनाया है. लालू यादव के लिए दोनों भाइयों ने अपने सारे मनभेदों को मिटा दिया है और एक नए तेवर के साथ तेज-तेजस्वी अब एलपी मूवमेंट के लिए हुंकार भरेंगे ।

तेजप्रताप-तेजस्वी की विचारधारा में भले हीं कोई मेल ना हो, दोनों की राहें भले हीं जुदा-जुदा हों, दोनों के तेवर में भी भले ही बड़ा फर्क हो लेकिन पिता लालू प्रसाद के लिए इन दोनों ने अपने सारे मनभेद तत्काल मिटा लिए हैं. तीसरी शक्ति बनकर लालू ने अपने दोनों बेटों को एकसाथ कर लिया है अब पिता के लिए तेज-तेजस्वी एक साथ आंदोलन करेंगे ।

लालू प्रसाद के लिए किये जाने वाले इस आंदोलन को जेपी मूवमेंट की तर्ज पर एलपी मूवमेंट का नाम दिया गया है जिसमें दोनों साथ-साथ काम करेंगे. लंबे अरसे के बाद कृष्ण और अर्जुन की जोड़ी से न सिर्फ तेजप्रताप बल्कि पूरी पार्टी भी बेहद उत्साहित है ।

तेजप्रताप के इस नए फैसले से आरजेडी के साथ साथ अब उनके सहयोगी भी राहत की सांस ले रहे हैं तो विरोधी इस पर भी चुटकी लेने में पीछे नहीं हैं. लालू यादव के इस पहल से उनके दोनों लाल एक साथ तो हो गए हैं लेकिन ये जोड़ी कब तक बरकरार रहेगी ये तो समय बताएगा लेकिन इस जोड़ी ने विरोधी खेमे में हलचल जरूर मचा दी है वो और बात है कि विरोधी अपने भीतर की बेचैनी को सबके सामने जाहिर करना नहीं चाहते ।

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