
ग्रामीण आजीविका मिशन की स्वयं सहायता समूहों के लेखपाल का चार दिवसीय प्रशिक्षण हुआ शुरू।
- Hindi Samaachar
- Feb 04, 2019
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सोनभद्र । उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन,ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत इन्टेन्सिव ब्लॉक दुद्धी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों में कार्यरत लेखापालों का चार दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण कुल सात जगहों पर सात बैचों में शुरू किया गया है।
ब्लॉक दुद्धी में पदस्थापित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लॉक एंकर पर्सन जय कुमार जोशी ने बताया कि ब्लॉक दुद्धी में स्वयं सहायता समूहों में कार्यरत कुल 1106 लेखापाल है जिसमें से कुल 453 लेखापालों को विभिन्न चरणों में प्रशिक्षण दिया जा चुका है शेष 653 लेखापापालों का प्रशिक्षण चरणबद्ध तरीके से विभिन्न बैचों में करवाकर फरबरी माह में प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण सोमवार से शुक्रवार तक चलेगा। प्रत्येक बैच में 30 से 40 प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस चार दिनों में प्रशिक्षण के दौरान लेखापापालों को स्वयं सहायता समूह की अवधारणा एवं प्रबन्धण के साथ साथ लेखांकन की बारीकियों को प्रमुखता से सिखाया जाएगा।
जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन केन्द्र सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। ब्लॉक दुद्धी में कुल 1146 महिला स्वयं सहायता समूह गठित है जिसमें कुल 13342 परिवार सीधे तौर पर जुड़कर लाभ उठा रहे हैं। उपायुक्त स्वतः रोजगार श्री करुणापति मिश्र के निर्देशानुसार फरबरी माह में प्रति सप्ताह सात बैच में प्रशिक्षण देकर सभी अप्रशिक्षित लेखापापालों को प्रशिक्षित करने की दिशा में कार्यवाही करने का निर्देशन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के प्रथम दिवस सोमवार को प्रतिभागियों को स्वयं सहायता समूह की अवधारणा एवं प्रबंधन के बारे में बताया जा रहा है जिसके अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की पंच सूत्रा, आंतरिक लेनदन का पूर्वाभ्यास कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है, प्रतिभागियों को ऐसी शिक्षा देना या कौशल विकसित करना है, जिससे कि स्वयं सहायता समूह और उसके सही प्रबन्धन व लेखांकन कार्य में प्रवीणता आ जाए।
दूसरे दिन मंगलवार को प्रतिभागियों को समूह की नियम-नियमावली, बैठक प्रक्रिया पर रॉल प्ले कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि गोलाकार बैठक से समानता की भावना आती है । प्रार्थना से बैठक की आरंभ होने का एहसास हो जाती है । प्रार्थना से ध्यान एकत्रित हो जाता है। परिचय करने से महिलाओं की अपनी पहचान बनती है।
तीसरे दिन बुधवार को प्रतिभागियों को सभी लेखांकन पुस्तिकाओं से परिचय करवाया जाएगा एवं महत्त्व और अभ्यास कराया जायेगा। किन ट्रांजेक्शन को किन कॉलम में लिखा जाना चाहिए एवं क्यों इस विषय पर प्रमुखता से उनकी समझ विकसित की जाएगी।
प्रशिक्षण के चौथे अंतिम दिन यानी शुक्रवार को प्रतिभागियों को स्वयं सहायता समूह के दस्तावेजीकरण, वित्तीय प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाएगी साथ ही प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी वितरीत किया जायेगा।
प्रशिक्षण को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए प्रत्येक क्लस्टर में दो व्यक्तियों को इंचार्ज बनाया गया है जो प्रशिक्षक टीम से सामंजस्य स्थापित कर कार्यक्रम को गुणवत्ता पूर्ण सम्पन्न करने में सहयोग करेंगे। सभी प्रशिक्षणार्थियों को गॉव स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें एक प्रशिक्षण केन्द्र पर आस पास के कई गांवों के प्रतिभागियों के द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। आज से शुरू हुए प्रशिक्षण केन्द्र एवं प्रशिक्षकों का विवरण इस प्रकार है-
बघाडू क्लस्टर जिनके इंचार्ज जितेन्द्र कुमार एवं मृत्युंजय कुमार जी हैं के निर्देशन में दो केन्द्र क्रमशः फुलवार में प्रशिक्षक के रूप में बिन्दु देवी एवं सोनी देवी एवं जोरुखाड़ में प्रशिक्षक के रूप में समीना खातून एवं पूनम देवी हैं,
बिडर क्लस्टर जिनके इंचार्ज अजय शंकर झा एवं पूनम कुमारी हैं जीनके निर्देशन में तीन केन्द्र क्रमशः बिडर में प्रशिक्षक के रूप में सुनीता देवी एवं मिना देवी, रजखड़ में प्रशिक्षक के रूप में पुष्पा देवी एवं शुष्मा देवी,एवं झाड़ोखुर्द में प्रशिक्षक के रूप में संगीता देवी एवं शकुन्तला हैं,
केवाल क्लस्टर जिनके इंचार्ज सीताराम कुमार एवं मिथिलेश कुमार हैं जिनके निर्देशन में दो केन्द्र क्रमशः घिवहि में प्रशिक्षक के रूप में यशोदा देवी एवं फूलमति सलैयाडीह में प्रशिक्षक के रूप में रेशमा खातून एवं तारा देवी हैं।
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