संगीत साहित्य के साथ ध्रुपद रजनी का हुआ आयोजन

सोनभद्र। डाला स्थित श्री अचलेश्वर महादेव मन्दिर फाउन्डेशन द्वारा वर्षों से चली आ रही संगीत-साहित्य उत्सव के दौरान ध्रुपद रजनी का आयोजन मंगलवार की सायं आठ बजे सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम की शुरुवात संयुक्त रुप से मन्दिर के महंत मुरली तिवारी, भूतपुर्व विधायक तीरथराज, भगवती चौधरी एवं राजेश द्विवेदी ने दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम आरम्भ किया। ध्रुपद रजनी में प्रयागराज से आये संगीत नाटक अकादमी 'युवा' पुरस्कार प्राप्त विशाल जैन ने अपने गायन का आरम्भ राग बागेश्वरी -डागुर-परंपरा वाणी में आलाप, जोड़, झाला से शुरुवात किया। सदानन्द का पद आदि महादेव देव बीन बजाई एवं दोनों करतार तुम राज साज के बंदिशें भी सुनाई ,ध्रुपद रजनी को सुनकर उपस्थिति श्रोतागण अभिभूत हो कर तालीयॉं बदाने लगे। राग मालकौंस में शिव स्तुति शंकर गिरिजापति गाकर शिव को समर्पित किया। गायन का समापन राग देश में होली रंग मत डारो- डारो मोहन गाकर किया। पखावज पर संगत जापान के तेत्सुवा कनायको ने और तानपूरे पर अंकित चतुर्वेदी और बलराम श्रेष्ठ ने की। श्री अचलेश्वर महादेव मन्दिर फाउंडेशन के सचिव चन्द्र प्रकाश तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि फाउंडेशन सांस्कृतिक साक्षरता एवं शास्त्रीय संगीत को महानगरों के प्रेक्शा गृहों से निकालकर उस लोक तक ले जाना भी है जहाँ संगीत की बड़ी प्रतिभाये जन्म लेती हैं। छोटे कस्बो में शास्त्रीय संगीत के उत्सव होने से भारत में नए सांस्कृतिक क्रांति पनपेगी।इस दौरान नरसिंह त्रिपाठी,सनोज तिवारी,नीरज पाठक,राजवंश चौबे, राम जी दूबे, रामजानकी पाण्डेय, संजय मिश्रा,जया तिवारी,ओम प्रकाश तिवारी,सुर्य प्रकाश तिवारी, धन्नंजय शुक्ला, विकाश जैन, रिषि उपाध्याय, नीरज सिंह, सजावल पाठक, विपुल प्रधान, रुद्राक्षी,किरन तिवारी आदि सैकडो़ लोग मौजूद रहे|

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