थोकमंडी में लहसुन का बढ़ा भाव, 15 दिन बाद कीमत में और भी बढ़ोत्तरी होने की संभावना

नवी मुंबई : एपीएमसी के कांदा-बटाटा होलसेल मार्केट में आने वाले लहसुन की कीमत में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। जबकि इसी माह के लास्ट तक लहसुन एवं आलू-प्याज की कीमत में और भी उछाल आने की संभावना ब्यापारियों द्वारा ब्यक्त की जा रही है। पहले की अपेक्षा इस समय लहसुन की आवक थोड़ी बढ़ी है, परंतु भाव बढ़ने से शब्जियों के स्वाद पर असर पड़ने लगा है। थोकमंडी में लहसुन की कीमत 30 रुपए से 80 रुपए प्रतिकिलो के भाव से बेंचा जा रहा है जबकि फुटकर विक्रेता 80 से 200 रुपए किलो की दर से बेंच रहे हैं। वहीं दो माह पहले इसी मंडी में 25 से 50 रुपए किलो की दर से लहसुन बिक रहा था। 


इस वर्ष लहसुन का उत्पादन अच्छा होने से शुरुआत में कीमत में कोई वृद्धि नही हुई थी। पैदावार ज्यादा होने के कारण ब्यापारी यह मान रहे थे कि कीमत और आवक में कोई फेरबदल नही होगा, परंतु दो माह बाद ही 30 से 35 रुपए प्रति किलो की दर से भाव बढ़ने से जहां सामान्य नागरिकों की जेब ढीली हुई है वहीं कुछ ब्यापारियों पर भी इसका असर पड़ा है। थोक ब्यापारी मनोहर तोतलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि लहसुन मध्यप्रदेश के मंदसौर, नीमच, जावरा एवं बदनावर से प्रतिदिन 15 से 25 गाड़ी की आवक हो रही है। जबकि कुछ मात्रा में राजस्थान के कोटा से भी लहसुन की आवक हो रही है। हालांकि सबसे बेहतर लहसुन मध्य प्रदेश के जावरा का माना जा रहा है। कीमत में बढ़ोत्तरी पानी की कमी बताया जा रहा है।  दो महीने पहले जहां 10 से 15 गाड़ी लहसुन की आवक हो रही थी तब 25 से 50 रुपए किलो के भाव से लहसुन बेंचा जा रहा था, लेकिन वर्तमान में आवक बढ़ी है, आवक बढ़ने के साथ-साथ कीमत भी बढ़ा दी गई है, जिससे शब्जियों के स्वाद पर इसका असर पड़ता नजर आ रहा है। दो साल पहले लहसुन के उत्पादन में गिरावट दर्ज हुई थी, इसलिए लहसुन की कीमत में भारी उछाल आया था। उस दौरान लहसुन की कीमत 200 से 250 रुपए किलो तक पहुंच गई थी। उसके बाद वर्ष 2018 में मांग बढ़ने के कारण ज्यादा मात्रा में उत्पादन होने के साथ ही आवक भी बढ़ गई थी जिसके बाद कीमत धड़ाम से निचे गिर गया था। 


लहसुन के अलावा थोकमंडी में आलू की आवक 50 से 60 गाड़ी हो रहा है, आलू (बटाटा) गुजरात के दिशा, बनारस काठा, देहगांव, महेसाणा, पालनपुर एवं बीजापुर से 15 से 20 गाड़ी की आवक हो रही है जबकि उत्तर प्रदेश के आगरा और मैनपुरी से लगभग 40 गाड़ी आलू की आवक हो रही है। उत्तर प्रदेश से दो तरह के आलू आ रहे हैं, जिसका रेट 8 से 12 रुपए किलो है जबकि गुजरात के आलू की कीमत 7 से 8 रुपए है। वहीं मध्य प्रदेश से सोमवार को 5 गाड़ी आलू की आवक हुई थी जिसकी कीमत 14 रुपए किलो बताया गया है। इसके अलावा प्याज की आवक बढ़ी है, प्याज की प्रतिदिन 100 गाड़ी मार्केट में आ रही है। महाराष्ट्र के नाशिक, पुणे एवं सतारा से प्याज की आवक हो रही है, और कीमत भी सीमित है, 8 से 10 रुपए किलो के भाव से उपलब्ध है। तोतलानी ने बताया कि इस समय छुट्टियों की वजह से अधिकांश लोग गांव की ओर प्रस्थान कर गए हैं, इसलिए मार्केट में मंदी का असर है।

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