गोशाला पर बेजुबान गाय बछड़ो की मौत का सिलसिला जारी

शाहगंज ।। शाहगंज ब्लॉक के शाहापुर स्तिथ गोशाला आश्रय केन्द्र पर बीते सप्ताह दो दिन के अंतराल में तीन गोवंशों की मौत का मामला अभी ठण्डा नही हुआ था।मंगलवार को फिर तीन बेजुबान जानवरों की तड़प तड़प कर मौत हो गयी!जिस से प्रशासन में हड़कम्प मच गया।लापरवाही की पराकाष्ठा इस कदर है कि दूसरे दिन भी गोवंश की लाश केन्द्र पर पड़ी हुई है।समुचित देख भाल और पशु चिकित्साधिकारी के रोज के उपचार के बाद भी तिल तिल के हो रही मौत से जिम्मेदारों की मॉनिटरिंग पर सवाल खड़ा हो गया है।
           
बताते चले कि मुख्यमंत्री का तेवर गोशाला के चलते तेवर बहुत सख़्त है।उन्होंने आश्रय केन्द्रों की देखरेख के लिए 600 करोड़ आवंटित किए है।जिलाधिकारी के आदेश के पर शाहापुर गांव में 14 जून को हातपैड पर गोशाला केन्द्र बनाया गया।जिस में आवारा गोवंश को रखने की जिम्मेदारी बीडीओ अनुराग राय और पशु चिकित्साधिकारी बिपिन कुमार सोनकर को दी।कई शिफ्टों में दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया।करीब 50 गायों की देखरेख सफाईकर्मी कर रहे है।आश्रय केन्द्र पर समरसेबल के साथ प्रकाश के लिए सोलर लाइट का मुकम्मल इंतजाम हुआ।कुछ दिन के बाद मामला हवाहवाई हो उठा।शेष बचे 42 पशुओं में पिछले सप्ताह तीन की मौत के बाद 39 की संख्या पहुँच गयी थी।आज पुनःमंगलवार को तीन की मौत हो गयी।आरोप है कि जिम्मेदारों की उदासीनता इस क़दर हो गयी है कि पशु चारा के अभाव में दम तोड़ रहे है।जिम्मेदार मौत के आंकड़े कम करने जुगत तलाशने लगते है।तीन शिफ़्ट में 6 सफाई कर्मी देख रेख करते है साथ मे एडीओ पंचायत संजय यादव की भी गोशाला पर नजर रहती है।इस के अतिरिक्त पशु चिकित्साधिकारी बिपिन सोनकर जानवरो की स्वास्थ की देखरेख करते है।फिर भी जानवर पशु आश्रय केंद्र पर दम तोड़ रही है।तनों गोवंश की मौत की तस्वीर मीडिया के कैमरे में कैद हो गयी।खबर लिखे जाने तक तीनो मृत पशु आश्रय केंद्र पर दूसरे दिन भी पड़े रहे।इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी शाहगंज राजेश कुमार वर्मा ने पूछे जाने पर बताया कि मैं मीटिंग में हूँ मृत जानवरो की सूचना बीडीओ को दे देता हूँ।यह पूछे जाने पर एक सप्ताह में आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गयी!जिस के जवाब में उन्हीने स्पष्ट उत्तर देने के बजाय कारण बाद में बताने की बात कह कर फोन रख दिए।

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