कवि अभिषेक उपाध्याय श्रीमंत को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं

जौनपुर ।। आज 02 अक्टूबर की ऐतिहासिक तारीख को ही हिन्दी के प्रबल युवा हस्ताक्षर, कवि व लेखक अभिषेक उपाध्याय श्रीमंत का भी जन्मदिन है ।श्रीमंत का जन्म उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद के देवराजपुर जमींदार घराने में 02 अक्टूबर 1987 ई•में हुआ था ।बचपन से ही काव्य व कला के प्रेमी श्रीमंत जी की रचनाएँ उनके विद्यार्थी जीवन से ही पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होने लगी थीं ।वर्ष 2016 में वाएस पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित दो साझा काव्य संग्रह 'शब्दों के रंग ' व 'सत्यम प्रभात 'में  प्रकाशित इनकी रचनाएँ पाठकों द्वारा बहुत सराही गईं ।प्रस्तुत है साहित्य को समाज का दर्पण मानने वाले कवि अभिषेक उपाध्याय श्रीमंत की एक चर्चित गज़ल----


सारी बलाएँ इक तरफ 

माँ की दुआएँ इक तरफ ।


बुझता कहाँ हूँ मैं कभी 

सारी हवाएँ इक तरफ 


इंसानियत का धर्म इक 

सारी ध्वजाएँ इक तरफ।


सूखे की साजिश में लगीं 

सारी घटाएँ इक तरफ ।


ख्वाहिश तेरे दीदार की 

सारी सजाएँ इक तरफ ।


संसार भर की रंगते 

तेरी अदाएँ इक तरफ ।

          ..............  कवि अभिषेक उपाध्याय श्रीमंत

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट