
काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनपद स्तरीय संगोष्ठी प्रदर्शनी
- एबी न्यूज, डेस्क संवाददाता
- Jul 13, 2018
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भदोही(दिनेश यादव) । उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा एकीकृत बागवानी मिशन योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय दो दिवसीय संगोष्ठी प्रदर्शनी काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में सांसद वीरेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, मुख्य विकास अधिकारी हरिशंकर सिंह, जिलाध्यक्ष हौसिला प्रसाद पाठक ने द्वीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर सांसद, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसान हरिगेन चन्द्र, फूलचन्द, लालबहादुर, बेचू लाल, धीरज को वितरण किया गया। एवं उद्यान विभाग के लाभार्थी कृषक हौसला प्रसाद तिवारी को पोर्टेबल स्प्रिकलर सेट, राजकुमार तिवारी को रेनगन, तथा विजय शंकर रेनगन, सूर्यनाथ पोर्टेबल स्प्रिकलर, दयाशंकर रेनगन, सीताराम बिन्द पोर्टबल स्प्रिकलर सेट, एवं रामअभिलाष को पोर्टबल स्प्रिकलर सेट वितरण किया गया।
इस अवसर पर सांसद वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि जनपद को विकास के मायने में मॉडल बनाया जायेगा, कृषि विभाग की तरफ से पशुओं की गोबर की खादय पर भी सब्सीडी दी जा रही है, तथा कृषि की दुनिया में आरग्रेनिक खेती करने में जनपद के किसान भाईयों को अपील किया तथा 15 जुलाई 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मीरजापुर आने पर जनपद के किसान भाई ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्रतिभाग करे, उन्होने कहा कि किसान भाई तकनीकी करे, जिससे किसानो की आय में समृद्धि हो, किसान मजबूत होगा तो राष्ट्र मजबूत होगा, किसानो की वर्णन वेद, शास्त्रों में भी किया गया है, इस लिए किसान भाई देश में ही नही विदेशों में इनकी नाम की पूजा होती है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की मन्शा है किसानो की आय दुगुनी हो, किसान भाई खेती के साथ-साथ तकनीकी खेती, बागवानी खेती कर आय को बढ़ाये,यह भी कहे कि फलदार वृक्ष लगाकर बेहतर मुनाफा कमाये, जिलाधिकारी ने किसानो की हित के दृष्टिगत जनपद में सरकारी जमीन आवंटित कर शीघ्र नर्सरी तैयार करने का निर्देश जिला उद्यान अधिकारी को दिया। जिलाधिकारी ने विस्तार से बताया कि कृषि विभाग की तरह ही अब उद्यान विभाग से किसानों को अनुदान पर कृषि यंत्र मिल सकेंगे। यंत्रों के सीमित होने के चलते किसानों को पहले आओ पहले पाओ के तहत दिया जाएगा। इसके लिए किसानों को आनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इसमें लघु सीमांत किसानों को अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के आधार पर अनुदान राशि निर्धारित की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि योजना के तहत नींबू, अमरूद, बेर, आंवला, अनार, संतरा, मुसम्मी आदि के पौधे रोपे जा सकेंगे। इसके अलावा कई अन्य किस्में भी हैं। यह पौधे छह-छह फीट की दूरी पर रोपे जाएंगे। बीच की खाली जमीन पर अन्य फसल भी बोई जा सकती है। खासतौर पर सब्जियां उगाना सबसे बेहतर माना जाता है। उद्यानिक खेती करने के लिए किसान को केवल एक बार लागत लगानी होगी। इसके बाद वह कई सालों तक फसल ले सकेगा। जैसे नींबू की आयु चालीस साल तक की होती है। बस, जरूरत नियमित देखरेख की होती है। इसमें पानी भी कम लगता है। परंपरागत खेती के मुकाबले उद्यानिक खेती में किसान तीन गुना से भी अधिक मुनाफा अर्जित कर सकता है। इसमें नुकसान की गुंजाइश कम होती है। अब तक किसानों को कृषि विभाग व सहकारी समितियों की ओर से ही कृषि यंत्रों पर अनुदान या छूट मिलती थी, लेकिन अब सरकार ने अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ देने के लिए उद्यान विभाग के जरिए कृषि यंत्रों पर छूट का प्राविधान करते हुए लक्ष्य सौंपा है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि योजना के तहत किसानों को स्प्रिकलर सेट, सिंचाई व दूसरे कार्यों में सहायक कृषि यंत्रों को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग के अधिकारी को निर्देश दिया कि अपने यहॉ की सभी योजनाओं की प्रचार-प्रसार अवश्य कराये, आपकी यहॉ की योजनाओं का प्रचार प्रसार बहुत होता है, और जनपद के किसानो को योजनाओं का लाभ नही मिल पाता है। मुख्य विकास अधिकारी हरिशंकर सिंह ने कहा कि भारत तभी समृद्ध होगा जब किसान मजबूत होगा, किसान भाई योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ ले, जो सुने उसे गुने, कम से कम दस लोगो को योजनाओं के बारे में बताकर जागरूक करे। गोष्ठी के दौरान किसान भाईयों को रामराज एण्ड पार्टी द्वारा सांस्कृतिक गीत के माध्यम से जागरूक किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हरिशंकर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष हौसिला प्रसाद पाठक, सांसद प्रतिनिधि शैलेन्द्र दूबे, लोकसभा पालक नागेन्द्र सिंह, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विनय पाण्डेय उर्फ गोरे लाल, उप कृषि निदेशक, एवं जिला उद्यान अधिकारी डा0 शैलेन्द्र देव दूबे, उप निदेशक उद्यान पंकज शुक्ला, बी0एच0यू0 के वरिष्ठ वैज्ञानिक, शहीद झूरी सिंह के परिजन रामेश्वर सिंह, आदि
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