पुलिस बैकफुट पर जाबाज युवाओ ने पकड़े दो कुख्यात बदमाश

जौनपुर ।। जिले में हो रही लूट, डकैती और छिनौती की घटनाओं को रोकने मे भले ही पुलिस नाकाम साबित हो रही लेकिन जिले के युवाओ ने समय समय पर अपनी दिलेरी के बदौलत बदमाशो को मुंहतोड़ जवाब दिया है आज एक बार फिर जाबाज युवाओ के बदलौत बैंक मित्र को गोली मारकर भाग रहे दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये।  गोमती के तट पर स्थित बड़वा गांव के युवकों के साहस को लाखों सलाम। उन्हीं के जिगर के चलते गुरुवार को चंदवक के कृष्णा नगर बाजार में लूट में नाकाम होने पर यूनियन बैंक के वक्रांगी केंद्र संचालक के भतीजे अखिलेश यादव उर्फ गोलू को गोली मारकर भाग रहे दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गये।उनकी जांबाजी ने 18 साल पहले की घटना की याद ताजी कर दी। तब इसी गांव के दिलेर युवकों के घेरने पर पुलिस ने तीन शातिर अपराधियों को मुठभेड़ में मौत के घाट उतार दिया था। ताजी घटना के बाद हर किसी की जुबान पर फिर गांव के युवकों की बहादुरी की चर्चा है लगभग 18 साल पहले 11 अक्टूबर 2001 को जमुनीबारी गांव के सामने ग्रामीण अभियंत्रण सेवा (आरइएस) के अवर अभियंता सोमारू राम को गोली मारकर लूटी गई बाइक लेकर भाग रहे तीन बदमाशों को अदम्य साहस दिखाते हुए बड़वा गांव के वनसत्ती घाट पर युवकों ने घेर लिया था। मौके पर मयफोर्स पहुंचे चंदवक के तत्कालीन थानेदार अवधेश सिंह ने मुठभेड़ में तीन बदमाशों को ढेर कर दिया था। मृत बदमाशों की शिनाख्त अजय मिश्रा निवासी गांव थौर थाना जलालपुर व उसके गिरोह के हरिनाथ यादव निवासी गोबरा व बेदी यादव निवासी भड़िया डीह के रूप में हुई थी। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डॉ. केएस प्रताप कुमार ने समारोह आयोजित कर गांव के साहसी युवकों को सम्मानित किया था। एसपी ने पहल कर राकेश सिंह, मनोज सिंह, लाल साहब, अवध नारायण, नरेंद्र, राजेंद्र व राकेश को असलहे का लाइसेंस भी दिलाया था।

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