बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा

वाराणसी। बनारस में जलस्तर बढ़ने से गंगा घाटों की सीढि़या और मंदिर पानी में डूबने लगे हैं। सीढि़यों पर दुकान लगाने वाले लोग अब अपनी दुकान ऊपर ले जाने लगे हैं। पंडे भी अपनी चौकियां हटाने में जुटे हैं। शुक्रवार शाम से गंगा के जलस्तर में सात सेंटीमीटर प्रति घटे की रफ्तार से बढ़ाव दर्ज किया गया। पानी का स्तर 61.720 मीटर जा पहुंचा।

केंद्रीय जल आयोग के आकड़ों के मुताबिक सोमवार को गंगा का जलस्तर 58.64 मीटर था, जो मंगलवार को बढ़कर 59.44 मीटर पर पहुंच गया। बुधवार को जलस्तर 60.47 मीटर और गुरुवार को 60.920 मीटर रिकॉर्ड किया गया। जलस्तर तेजी से बढ़ने से घाटों की कई सीढि़या जलमग्न हो चुकी है।

जलस्तर तेजी से बढ़ने के चलते घाटों पर पंडों की चौकिया ऊपर की ओर खिसकने लगी हैं। वहीं मल्लाहों ने अपनी नौकाओं की निगरानी बढ़ा दी है। छोटी नावों को किनारे बाध दिया है। जलस्तर बढ़ने के दौरान गंगा के प्रवाह में तीव्रता न होने के कारण मल्लाहों का मानना है कि रात में अचानक और जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। वाराणसी में दिनभर आसमान में छाए बादल बीच-बीच में काफी घने हो गए। ऐसा लगा कि तेज बारिश होगी। मगर बूंदबादी ही हुई। यह क्रम अभी चलने का अनुमान है। तापमान कम होने से मौसम खुशगवार है। घाटों पर घुमने वालों की भीड़ भी बढ़ रही है। गुरुपूर्णिमा व ग्रहण के कारण भक्तों की भीड़ रात तक रही। सावन के कारण अब गंगा नहाने के लिए भक्तों की उपस्थिति बढ़ती रहेगी

रिपोर्टर

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