कोरोना को लेकर भारत में किया गया चमगादड़ों पर टेस्ट, सामने आई ये हैरान करने वाली सच्चाई

पटना न्यूज़ डेक्स से अभिषेक कुमार निराला AB NEWS

नई दिल्ली ।। चमगादड़ों को कई वायरस का गढ़ माना जाता है. इससे पहले नीपा वायरस भी भारत में चमगादड़ में पाया जा चुका है. कोरोना वायरस (coronavirus) और चमगादड़ के लिंक की बात पहले से हो रही थी. आईसीएमआर(ICMR) और एनआईवी पुणे चमगादड़ पर 2018 से ही शोध कर रहे हैं. इससे पहले निपाह वायरस की पुष्टि भी इसी स्टडी में हुई थी लेकिन दिलचस्प बात यह है कि अभी कोरोना वायरस का जो स्ट्रेन मिला है. उसमें कई सैंपल ऐसे भी हैं जो 2018 में इकट्ठे किए गए, उनमें भी लक्षण मिले. स्टडी में शामिल चमगादड़ के सैंपल फरवरी 2018 से फरवरी 2020 के बीच के हैं. आईसीएमआर और एनआईवी पुणे ने 7 राज्यों से इकट्ठे किए गए. बैट्स में यह स्टडी की गई. 25 चमगादड़ में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया. चमगादड़ का टेस्ट भी उसी तरह से किया गया जिस तरह से इंसानों का टेस्ट किया जाता है. आरटी पीसीआर तकनीक से चमगादड़ के टेस्ट किए गए थे और इसके लिए उनके गले से और मलद्वार से सैंपल कलेक्ट किए गए थे. यह स्टडी चमगादड़ की कई प्रजाति पर की गई थीं. दो प्रजातियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया. Rousetus प्रजाति से 78 सैंपल लिए गए जिनमें से 4 पॉजिटिव आए यह सभी चारों चमगादड़ केरल के थे. Pteropus प्रजाति से 508 सैंपल लिए गए जिनमें से 21 पॉजिटिव आई. इन 21 में से 12 केरल के, दो हिमाचल प्रदेश के, छह पुडुचेरी, और एक तमिलनाडु का चमगादड़ था. बहुत सी संक्रमित बीमारियों के मामले में पहले भी यह देखा गया है कि वह जानवरों की किसी ना किसी प्रजाति से होती है और चमगादड़ में इससे पहले भी नीपा ईबोला और रेबीज जैसी बीमारियों के वायरस मिल चुके है. इन राज्यों से लिए गए चमगादड़:स्टडी के लिए केरल, कर्नाटक, चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, पुडुचेरी, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना से चमगादड़ लिए गए. चमगादड़ में पाया जाने वाला कोरोना वायरस और इंसानों में समानता नहीं देखी गई है. शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्टडी कोरोना वायरस की उत्पत्ति और उसके फैलने के बारे में अहम साबित हो सकती है. स्टडी के मुताबिक भारत में चमगादड़ की 117 प्रजातियां पाई जाती हैं ।

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