डॉक्टर उजमा कौशल और उनकी टीम का हुनर एक बार फिर रंग लाया  

अम्बेडकरनगर ।। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज में महिला को एक साथ छह बच्चों का जन्म कराने वाली मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रो. डा. उजमा कौसर ने फिर कमाल कर दिया। बीते बुधवार को एक महिला का आपरेशन करके सकुशल बच्ची की पैदाइश ही नहीं कराया, बल्कि उसके गर्भ में मौजूद करीब एक किग्रा वजन की एक बड़ी गांठ को बाहर करने में भी सफल रहीं। एक साथ दो आपरेशन के बाद जच्चा व बच्चा स्वस्थ्य बताए जा रहे हैं। रिकार्ड बड़ी गांठ निकाले जाने के साथ बच्चे की पैदाइश कराने में मेडिकल कालेज की एक नई उपलब्धि मानी जा रही है।डा. उजमा कौसर ने बताया कि टांडा क्षेत्र के प्यारेपुर निवासी राहुल विश्वकर्मा की पत्नी लक्ष्मी के हुए अल्ट्रासाउंड में बच्चे के अलावा गर्भाशय में एक 85 इनटू 62 एमएम साइज की गांठ भी पाई गई। इस गांठ को निकालने के साथ ही बच्चे की पैदाइश कराने की चुनौती स्वीकार करते हुए टीम के साथ किए गए आपरेशन में वे पूरी तरह से सफल रहीं। पैदा हुई बच्ची का वजन दो किलोग्राम बताया जा रहा है। वहीं निकाली गांठ बच्ची के वजन से आधी करीब एक किग्रा की है।इसे बोलते हैं फैबरायड गांठ :मेडिकल कालेज की चिकित्सक डा. उजमा कौसर बताती हैं कि कुछ महिलाओं में बच्चा गर्भ में आने के पहले ही ये फैबरायड गांठ पाई जाती है, लेकिन बच्चा गर्भ में आने के तीसरे माह से ही गांठ बेतहाशा बढ़ने लगती है। वे बोलीं कि महिला की गांठ इतनी अधिक बढ़ गई थी कि ये मेडिकल कालेज का अब तक रिकार्ड है कि दूसरी महिला को इतनी साइज व वजन की गांठ नहीं निकाली गई। इस सफलता में डा. उजमा कौसर के अलावा टीम में डा. ज्योत्सना व बेहोशी के लिए डा. सुनीता भी शामिल रहीं।

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