सड़क पर दो दिनों से भयंकर जाम कराह रही जनता

दुर्गावती ( कैमूर ) से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट

दुर्गावती ( कैमूर ) ।। सरकार चाहे जो भी दावा कर ले पीठ थपथपा ले लेकिन नेशनल हाईवे टू पर भयंकर जाम से निजात पाने में नाकाम रही है । माननीय उच्चतम न्यायालय ने एक आदेश पारित किया था कि सड़क पर जाम लगने के बाद उस राज्य और उस एरिया के पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे और कानूनी कार्रवाई होगी। लेकिन सब कुछ के बावजूद भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले कच्चे माल लेकर आने जाने वाले वाहन दूध फल सब्जी अंडा मछली सब्जी जैसे मालो का तो हवा ही निकल जाती है कच्चे मालों के व्यापारी इन घाटों से कैसे उबर पाएंगे यह नामुमकिन साबित हो रहा है। बाजारों में सब्जी के दाम आसमान पर चढ़कर बोल रहे हैं आखिरकार यह जिम्मेदारी किसकी है यह जनता भी जानती है और सरकार भी जानती है ।राष्ट्रीय राजमार्ग पर कर्मनाशा नदी पर बने पुल उत्तर प्रदेश बिहार की सीमा पर ध्वस्त हो गया और पाए टूट गए केंद्र से लेकर बिहार उत्तर प्रदेश की सरकारें सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बनी हुई हैं लेकिन वैसे  पुल निर्माण करता पदाधिकारी हो या ठेकेदार या ओवरलोडेड वाहनों को लेकर सड़क पर चलते ट्रक सोन नदी से लेकर ओवरलोड बालू गिट्टी सरिया सीमेंट टाइल्स मुजैक जैसे भारी वाहन ढोने वाले उन ट्रकों पर लगाम लगाने की जिम्मेवारी आखिरकार किसकी है। इसको कौन तय करेगा सरकार या जनता। इसी क्रम में बुधवार से वृहस्पति वार आज दूसरा दिन हो रहा है जाम के कारण आवागमन बाधित है मरीज रोडो पर तड़पड़ा रहे हैं तो सवारी इस धूप भरी मौसम में उमस और प्यास की मार झेल रहे है लेकिन आज तक इसका कोई भी स्थाई हल निकाल पाने में सरकार बिल्कुल नाकाम हो रही है यह चिंता का विषय है। आखिरकार यह खेल कब तक चलता रहेगा कब तक मरीज जीटी रोड पर मरते रहेंगे एक्सीडेंट वाले मरीज रोड पर तड़पते रहेंगे और इन मौतों का जिम्मेदार किस को समझा जाएगा यह विचारणीय विषय है कम से कम इसका स्थाई समाधान सरकार करें जिससे आम जनता को राहत मिल सके ।

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