फर्जी चिकित्सकों के बनाये नेटवर्क में फंस रहे हैं भोले भाले ग्रामीण

चांद ।। कोविद 19 महामारी की दंस झेल रहे ग्रामीणों से नीजी चिकित्सकों के द्वारा भोली भाली जनता से आपरेशन एवं दवा के नाम पर लूटने का मामला सामने आने से हडकंप मचा हुआ है। बिना डिग्री बिना लाइसेंस के चिकित्सकों के द्वारा मरीजों का आपरेशन करने का हैरान करने वाली खबर से लोग सकते में हैं।फर्जी चिकित्सकों के द्वारा मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आने के बाद सिविल सर्जन ने कहा कि फर्जी चिकित्सकों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। सबसे दुखद खबर है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के बगल में फर्जी चिकित्सक मनमाने सब खेल करने में सफल हो जा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत आशा स्वास्थ्य कर्मी नीजी चिकित्सकों के इस खेल में संलिप्त हैं।ताजा मामला पिपरिया गाँव का है। रवि खरवार की पत्नी मधु देवी को पेट दर्द की शिकायत पर आशा स्वास्थ्य कर्मी ने मधु देवी को बरगलाकर सेवा श्रम अस्पताल चांद ले गई।  दिनांक 28/09/20 को सेवा श्रम अस्पताल के चिकित्सक शिव प्रकाश यादव ने पैसे के लालच में रोगी मधु देवी का पेट चीर दिया। पेट चीरने के बाद चिकित्सक ने पेट सिल दिया। और के एवज में मरीज से भारी भरकम राशि वसुल किया। आपरेशन के बाद मरीज के हालात में कोई सुधार नही हुआ।  चिकित्सक ने दिनांक  08/10/20 को  मरीज की हालत ज्यादा खराब हो गई।मरीज की हालत ज्यादा खराब होने के बाद पति रवि खरवार ने पत्नी को बेहतर इलाज के लिए केजी नंदा अस्पताल चन्दौली में कराया। पीडिता मधु देवी एवं पति रवि खरवार ने कहा कि केजी नंदा अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा तुम्हारे पेट में कुछ नहीं हुआ है। चिकित्सकों ने कहा कि पैसे के लिए सेवा श्रम अस्पताल के चिकित्सक ने तुम्हारे पेट को चिर कर तुम्हारे जीवन को खराब कर दिया। सेवा श्रम अस्पताल के चिकित्सक शिव प्रकाश यादव के कुकृत्य से महिला का जीवन खराब हो गई है। महिला जीवन मौत से जूझ रही है। जानकारी के अनुसार ये उदाहरण है ऐसे सैकड़ों मामले हैं। भोली भाली जनता को ये फर्जी चिकित्सक बिना डिग्री एवं बिना लाइसेंस के अस्पताल खोल कर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं। मरीजों से नाजायज खर्च वसूल कर परिवार को कंगाल बना रहे हैं। सेवा श्रम अस्पताल के जैसे चांद में  दर्जनों चिकित्सक बिना लाइसेंस के अस्पताल नर्सिंग होम खोल कर गरीब परिवारों से  पैसे वसूल रहे हैं। और गरीब परिवारों कों कंगाल बना रहे हैं। ये सब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने हो रहा है। इस संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक चन्दन कुमार से पुछा गया तो उन्होंने ने कहा कि इसकी जानकारी सिविल सर्जन के पास है। इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि चांद प्रखण्ड में एक भी आपरेशन करने का लाइसेंस नीजी चिकित्सकों को नहीं निर्गत किया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि ऐसे नीजी चिकित्सकों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। नीजी चिकित्सकों के द्वारा बिना लाइसेंस के आपरेशन करना कानून न अपराध है। कुछ महीने पहले भी इस तरह के मामले प्रकाश में आया था। इसके बाद भी सिविल सर्जन के द्वारा कारवाई नहीं किया जाना संदेश पैदा करता है।

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