सत्यगाथा



बड़े शान  से  भौंकते ,  खूब  बजाते गाल 

लाल  सलामी  दे  रहें , पीटो  इनके  गाल 

पीटो  इनके गाल , घसीटों औ लतियाओ 

लातो  वाले भूत , न अब इनसे बतियाओ 

कह बृजेश कविराय ये माओ की औलाद 

गोली मारो कुत्तो को मिटा दो नक्सलवाद 

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