दुर्घटना के बाद चालक बच्चें के साथ घायल महिला को घने जंगल में सुलाकर हुआ फरार

सिमुलतला ।। थाना क्षेत्र के घोरपारण जंगल में सोमवार को एक ओटो चालक की लापरवाही के साथ कि गई खुदगर्जी ने मानवता को शर्मशार कर दिया है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग 333 ए  झाझा सिमुलतला के मध्य घोरपरन गांव के पास पूर्वाहन लगभग दस बजे झाझा की तरफ से सिमुलतला आ रही एक आटो कटोरवा पुल के निकट अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना में आटो पर सवार  मासूम बच्चें एवं  एक महिला बुरी जख्मी हो गई।देखत ही देखते घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लग गई और आटो चालक ने चलाकी दिखाते हुवे पहले अपनी वाहन को सीधा किया फिर ईलाज के बहाने आनन फानन में महिला को आटो पर चढ़ाकर वहां से भाग निकला, और मौका मिलते ही घोरपारण जंगल के एक सुनसान सड़क किनारें महिला को उतारकर सुला दिया और चालक आटो लेकर फरार हो गया। काफी समय से महिला वहां पर दर्द से कराहते रही और  महिला के साथ उसके 12 वर्षीय भाई धरम खैरा बच्चे को गोद मे लिए राहगीरों से मदद की गुहार लगाते रहा लेकिन कोई उसके मदद के लिए सामने नही आया । मोके पर उक्त सड़क से गुजर रहे समाजसेवी सूर्यां वत्स ने लक्खीसराय के एक न्यायाधीश के मदद से महिला को प्राथमिक उपचार हेतु सिमुलतला अस्पताल पहुंचाया गया।

इस दौरान घायल महिला की पहचान सिमुलतला थाना क्षेत्र के गोपलामारण गांव निवासी अंजनी देवी पति मनोज पूजहार के रूप में की गई है।अस्पताल में उपस्थित पीड़िता के परिजनों ने बताया कि महिला अपने मायके झाझा थाना क्षेत्र के हरना गांव से सिमुलतला बैंक के काम से आटो पर सवार होकर आ रही थी। गति अधिक होने के कारण कटोरवा पुल के निकट आटो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना में महिला बुरी तरह जख्मी हो गई, उसके पैर से रक्त रिसाव बहुत अधिक हो रही थी। इस संदर्भ में समाजसेवी वत्स ने बताया कि महिला को घने जंगल मे सड़क किनारे कराहते देख मैं वहां रुककर राहगीरों से मदद की गुहार लगाने लगा इसी दौरान लक्खीसराय के एडिशनल डिस्टिक जज डीके राय वहां से गुजर रहे थे उन्होंने रुककर अपने अंगरक्षक से एक वाहन को रुकवाया फिर मैं उसे ईलाज के लिए सिमुलतला लाया।

इस वाबत अतिरिक्त  स्वास्थ्य केंद्र सिमुलतला के प्रभारी चिकित्सक डा अरुण कुमार सिंह ने बताया कि महिला का पैर टूट गया है, स्थिति काफी नाजुक थी उसे प्राथमिक उपचार कर रेफरल अस्पताल झाझा भेज दिया गया।

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