कृषिप्रधान देश में किसानों के लिये बनाया गया काला कानून: भूषण यादव

सिमुलतला ।। भारत जैसा कृषि प्रधान देश में मेहनतकस किसानों के लिये काला कानून की तर्ज पर तीन कृषि बिल लाया गया है जो किसानों के मेहनत से पैदा किया फसल को औने पौने भाव में बेचने के लिये मजबूर करेगा। और पूंजीपति साहूकार रसूखदार चांदी काटने का काम करेगा।यह सरकार किसान बिरोधी सरकार है, उक्त बातें शनिवार को सिमुलतला के लोहिया चोक पर किसान प्रदर्शन कर रहे भाकपा माले नेता सह खुरण्डा पंचायत के पूर्व मुखिया भूषण यादव ने कहा।उन्होंने बिरोध प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ  वहां उपस्थित लोंगों के बीच कहा कि आज छः फरवरी को दिल्ली समेत कई प्रान्तों में किसानों के समर्थंन में भाकपा माले सड़क जाम कर किसानों के समर्थंन में प्रदर्शन कर रहे हैं,भाकपा माले पार्टी किसान मजदूर और गरीबों को हक़ दिलाने के लिये हमेशा प्रयत्न किया है और आगे भी चरण बद्ध तरीके से किसान मजदूर एवं गरीब दलित वर्गों के लिये मजबूती के साथ आवाज उठाते रहेगी।भाकपा माले नेता श्री यादव ने पत्रकारों से बात चीत के दौरान कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई कृषि विधेयक किसानों के हित मे नहीं है। आक्रोशित किसानों द्वारा पिछले अस्सी दिनों से उक्त विधेयक के विरुद्ध आंदोलन किया जा रहा है, कड़ाके की ठंढ में किसान सड़क पर है, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नही रेंग रही है, उल्टे किसानों पर डंडा बरसा कर उनका मनोबल तोड़ देना चाहती है। आज पूरा देश किसानों के साथ खड़ा है। हमलोग तबतक पीछे नही हटेंगे जबतक किसानों का यह काला कानून वापस नही लिया जाएगा। उक्त सड़क जाम में भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य कंचन रजक, बाराकोला पंचायत के मुखिया सह‌ भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य रमेश यादव,मुन्ना बनवाल, मनु रजक, पलटु ठाकुर, खेमन यादव, पंकज यादव, लीलो पुझार,लटलु पुझार,रंजन कुमार,मिठु रजक आदि दर्जनों कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।

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