राज्यस्थान से प्राप्त किया अनुराग और काजल भारती ने तंबाकू मुक्त करनें का प्रमाण पत्र

बिहार सूर्यगढ़ा(लखीसराय) ।। बिहार राज्य भारत स्काउट गाइड लखीसराय जिला के छात्र छात्राओं ने राज्यस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड, हेडक्वार्टर चूरू(राज.)द्वारा ऑनलाइन किव्ज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस किव्ज प्रतियोगिता में लखीसराय जिला के सूर्यगढ़ा प्रखंड के नया टोला सलेमपुर वार्ड नं-17 के निवासी सुबोध सिंह के पुत्र अनुराग आनंद ने 100% और सूर्यगढ़ा प्रखंड के नया टोला सलेमपुर वार्ड नं-17 के निवासी पप्पू सिंह के पुत्र *शुभम राज*,सूर्यगढ़ा प्रखंड के पीरी बाजार क्षेत्र के शिवनगर के वार्ड नं-1 के अंजीत मेहता की पुत्री *काजल भारती*, सूर्यगढ़ा प्रखंड के घोघी वरयारपुर वार्ड नं-3 के मदन मंडल के पुत्री *रचना कुमारी*,सूर्यगढ़ा  प्रखंड के सलेमपुर वार्ड नं-5 के निवासी *दिव्या कुमारी* एवं इंग्लिश वार्ड नं-3 से लखीसराय के बच्चू यादव के पुत्र इंजीनियरिंग छात्र *अंगद कुमार* इन सभी को राज्यस्थान से *महिपाल सिंह तनवर* के द्वारा सटिर्फिकेट देकर समानित किया गया विश्व तंबाकू निषेध दिवस  के बारे में *अनुराग आनंद* ने बताया कि क्यों मनाया जाता है, विश्व तंबाकू निषेध दिवस तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है। ये जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू (बीड़ी, सिगरेट, गुटखा आदि) का सेवन कर रहे हैं और ऐसे में उनपर कई जानलेवा बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है। इसीलिए लोगों को तंबाकू के सेवन से रोकने और उससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 31 मई को दुनियाभर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस यानी वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं कि इस दिन को मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई थी और इस साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम क्या है? इसकी जानकारी देते हुए *शुभम कुमार* ने बताया कि दरअसल, तंबाकू के सेवन से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार और तेजी से होती बढ़ोतरी को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने साल 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत की थी। हालांकि पहली बार सात अप्रैल 1988 को यह दिवस मनाया गया था, लेकिन उसके बाद 31 मई 1988 को एक प्रस्ताव पास हुआ और उसके बाद से हर साल 31 मई को यह दिवस मनाया जाने लगा। इस साल की थीम के बारे में जानकारी देते *काजल भारती* बताई की विश्व तंबाकू निषेध दिवस के लिए हर साल एक थीम तैयार किया जाता है और उसी हिसाब से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस साल यानी साल 2021 का थीम है 'कमिट टू क्वीट' (Commit to Quit) यानी 'छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध'। 

विज्ञापन तंबाकू के सेवन से कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा रहता है? इसके बारे में *रचना कुमारी* ने जानकारी देते हुए कहा कि विशेषज्ञ बताते हैं कि तंबाकू के सेवन से कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों के होने का खतरा रहता है। इसमें फेफड़े का कैंसर, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, कोलन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और हृदय रोग जैसी बीमारियां शामिल हैं। धूम्रपान करने वालों में कोरोना से मौत का खतरा अधिक इसके बारे में *अंगद कुमार* ने जानकारी देते हुए कहा कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह चेतावनी दी है कि धूम्रपान करके और अपने फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को कोरोना से मौत का खतरा 50 फीसदी अधिक होता है। इसलिए कोरोना संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान जैसे तंबाकू उत्पादों का सेवन न करने में ही भलाई है। 

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