मिडिल क्लास के लोगों को नमक रोटी खाते हुए नहीं देख सकते हैं - अनुराग

बिहार ( लखीसराय:-) ।। लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड के नया टोला सलेमपुर के निवासी वार्ड नं-17 युवा समाजसेवी अनुराग आनंद ने बिहार सरकार से कर रहा है अनुरोध कि मिडिल क्लास के लोगों के अब थाली से सब्जी दूर ना करें पहले सरसों तेल का भाव बढ़ा दिया गया था अब बिहार में लॉकडोन के बीच आम लोगों पर मंहगाई की मार लगातार पड़ने लगीं है पहले सरसों तेल के भाव के दामों बेतहाशा वृद्धि हुई। जब हरी सब्जियों का दाम में लग गई है आग यास तुफान लॉकडोन में सब्जी कम होने की वजह से सब्जियों के दाम में 5 गुना वृद्धि हो गई है करोना काल में लगभग सभी आयोजन ठप अभी पड़े हैं।शादी समारोह में भी सिमित मात्रा में हो रहें हैं।उसके वावजूद भी हरी सब्जियों के भाव काफी बढ़ गये हैं मिडिल क्लास के लोगों के थाली से अब सब्जी भी दूर होने लगीं हैं मिडिल क्लास के लोग महगाई के आग में झुलस रहे हैं।बाजार में झोला लेकर सब्जी खरीदने के लिए जाने वाले लोगों का अब पसीना छूटने लगा है।यास तूफान आने से पहले टमाटर 30 से 40 के भाव से किलों मे भी कोई ग्राहक लेने वाला नहीं आता जो अभी किलो गांव में विक रहा है भिन्डी-30से 40 नेनुआ-30,बोरा-30और करेला-50 से 60 सब्जी का भाव पहले 17 प्रति किलो बिक रहा था,ज़ अभी 25 से 135 प्रतिकिलो बिक रहा है।गोल बाला कदू पहले 15 प्रतिकिलो बिकता था जो अभी 120 प्रतिकिलो बिक रहा है बैगन 30से40 से बढ़कर  प्रतिकिलो बिक रहा है कटहल कच्चा 40से 50प्रतिकिलो में बिक रहा है लौकी 30 प्रतिकिलो,परबल 40 से 50 प्रति किलो में बिक रहा है अब बहुत कम लोग ही सब्जी खरीद रहे हैं,हालांकि कच्चा आम धनीया मिर्च सस्ती हैं इनके भाव 20 से 10 प्रति किलो हैं सब्जी के भाव में बढ़तोरी के कारण मिडिल क्लास के लोगों का घर का वजट गड़बड़ा गया है युवा समाजसेवी अनुराग आनंद की ओर से बिहार सरकार से मांग है कि सरसों तेल और सब्जी की मंहगाई को कम किया जाय ताकि मिडिल क्लास के लोगों ने भी रोटी के साथ सब्जी खा सके।

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