राम कथा में हुआ हनुमान जी के सुंदर चरित्र का वर्णन

तलेन ।। सावन महीने के पावन मास मे निंदा खेडी मे श्री हनुमानजी महाराज के मंदिर के सभागार मे सीधी म.प्र. से पधारे मानसपीयूष पं. राजेन्द्र मिश्र ने चौथे दिन की कथा हनुमान जी के चरित्र का वर्णन करते हुऐ बताया की । भगवान की कृपा के बिना जीवन मे संत नही मिलते। श्री विभीषण जी महाराज से जब हनुमानजी की मुलाकात हुई । तो विभीषण जी ने कहा की अब मोहि भा भरोस हनुमंता। बिनु हरि कृपा मिलहि नहि संता।।  मंगलावार के दिन हनुमान मंदिर समिति के लोगों ने सामूहिक रूप से हवन किया जिसमे महिला पुरुष तथा युवा वर्ग उत्साह पूर्व क भाग लिया। इस आयोजन मे विशेष रूप से राजेंद्र सिह शिक्षक लाड सिंह ठेकेदार नारायण सिह धनखड़ ने विशेष रूप से  सहयोग रहा।

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