संस्कारवान, नषामुक्त आदर्ष युवा ही सच्चे राष्ट्र निर्माता-सूरत सिंह अमृते
- राजेंद्र यादव, ब्यूरो चीफ, मध्यप्रदेश
- Sep 18, 2021
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तलेन -
भारतीय संस्कृति में ऋषि परंपरा, संस्कारों का महत्व एवं वर्तमान युवा पीढ़ी को नषामुक्त बनाकर भारत को पुनः गौरवषाली राष्ट्र बनाने के उद्देष्य को लेकर अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से गुना जिले में अपने तीन दिवसीय प्रवास पर आई टोली द्वारा जगह-जगह स्थानीय कार्यकर्ताओं की विचार गोष्ठी के माध्यम से पूज्य गुरूदेव आचार्य श्रीराम शर्मा के युग निर्माण मिषन को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
हरिद्वार से आए टोली नायक श्री सूरत सिंह अमृते जी ने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार से 40 टोलियां पूरे भारत में निकली हैं जो युवाओं को मिषन के सप्तसूत्रीय क्रांतिकारी आंदोलनों से जोड़कर उनमें नई आध्यात्मिक चेतना एवं राष्ट्र जागरण के प्रति नई ऊर्जा का संचार करेंगी। श्री अमृते ने बताया कि हमारी प्राचीन भारतीय ऋषि संस्कृति सारी दुनिया में फैली हुई थी। जिससे बच्चों के अंदर संस्कार एवं आदर्ष भरे थे इसलिए हमारा देश कभी ज्ञान के क्षेत्र में जगतगुरु था धन के क्षेत्र में सोने की चिड़िया कहलाता था। एवं शौर्य के क्षेत्र में चक्रवर्ती था। वही संस्कार परंपरा आज पुनः जागृत हो एवं भारत विष्व गुरू बनकर उभरे इसके लिए शांतिकुंज हरिद्वार विचार क्रांति अभियान के माध्यम से व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण एवं युग निर्माण हेतु लगातार प्रयासरत है।
श्री अमृते ने कहा कि जो बच्चे संस्कारों से भटक गए हैं वे नषे के चंगुल में दिषाहीन होकर कई तरह की समस्याओं को जन्म दे रहे हैं। नषामुक्त युवा ही स्वस्थ रहकर आध्यात्मिक और भौतिक विकास कर सकता है साथ ही राष्ट्रोत्थान में अपनी भूमिका निभा सकता है। टोली नायक श्री अमृते एवं उनके सहायक श्री हेमंत नेताम सहित गायत्री शक्तिपीठ गुना के उपजोन प्रभारी, उपजोन समन्वयक एवं मुरारी शर्मा द्वारा तलेन गायत्री शक्तिपीठ द्वारा समयदानी युवाओं एवं महिलाओं को संकल्प दिलाकर पूरे साल चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई।
इस अभियान को पूरे राजगड़ जिले में चलाने के लिए के पांच भाइयों ने पूरा जीवन, 7 युवाओं ने एक साल में 3 माह का, 12 भाइयों ने एक साल में 1 माह का, 15 ने एक माह में 1 दिन का, और 17 भाई बहिनों ने सप्ताह में 1 दिन समयदान कर पूरे गांव को आदर्ष बनाकर आसपास के गांवों को भी संस्कृति रक्षण के लिए जोड़ने का संकल्प लिया। इसी तारतम्य में गुरुवार को टोली के कार्यक्रम तेलेन गायत्री शक्तिपीठ में संपन्न हुई विचार गोष्ठी संपन्न हुई। और उसके बाद भारतीय विद्य शिशु मंदिर में 250 बच्चों के बीच में उनको संदेश दिया गया और हमारा देश फिर से जगतगुरु बने ऐसे टिप्स देते हुए संकल्प कराया गया जिनमें 100 बच्चों ने हमारी संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने के लिए सप्ताह में 1 घंटे का समय दान तथा पर्यावरण संकट को दूर करने के लिए समय देने देने का संकल्प लिया। इस मौके पर विद्यालय आचार्य गण व गायत्री परिवार के सदस्य गण मौजूद रहे।
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