सफाई कर्मियों का निगरानी ऐप के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन

सुइथाकला,जौनपुर

जौनपुर जनपद के सुईथाकला विकासखंड मुख्यालय में ग्रामीण क्षेत्रो के सफाई कर्मचारी संगठन के मीडिया प्रभारी शम्स तबरेज खान के नेतृत्व में सी डी ओ द्वारा कर्मचारियों की निगरानी हेतु ऐप के प्रयोग के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया गया। मीडिया प्रभारी ने अपना तर्क रखते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों की साक्षरता न के बराबर है। तकरीबन 80 फ़ीसदी सफाई कर्मचारी अनपढ़ हैं जो किसी भी प्रकार से अपना हस्ताक्षर कर पाते हैं और सही-सही हिंदी भी नहीं पढ़ पाते हैं।  ऐसे सफाई कर्मचारियों को, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला , शासन के निर्देश के बगैर, सफाई कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति की निगरानी के लिए, ऐप डाउनलोड करवा रहे हैं, जो उनकी मनमानी और तानाशाही रवैये को दर्शाता है। जबरन सफाई कर्मचारियों को एंड्रॉयड फोन लेने के लिये विवश किया जा रहा है , जबकि सफाई कर्मचारी अल्प वेतनभोगी हैं । उन्हें अपने इस आदेश को वापस लेना होगा। हमारा पे रोल भी ग्राम प्रधान द्वारा प्रमाणित किया जाता है। शासन के निर्देश के बगैर सी डी ओ के इस मनमानीपूर्ण व्यवहार  से सभी सफाई कर्मचारी तरह से आहत हैं । सभी विकास खंडों में जा जाकर वह ऐप डाउनलोड करवा रहे हैं । यदि कोई सफाई कर्मचारी जो जागरूक है और विरोध करता है या अपना पक्ष रखना चाहता है तो उसका स्थानांतरण सुदूर ब्लॉक में कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांग प्रशासन नहीं सुनता है तो 3500 सफाई कर्मचारियों द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा। 

शाहगंज तहसील उपाध्यक्ष मदन चंद्र यादव ने शासन प्रशासन से मांग की है कि सीडीओ अपने आदेश को वापस ले क्योंकि ऐप डाउनलोड करके ऑनलाइन निगरानी ऐसी कोई व्यवस्था जॉब चार्ट में नहीं है। 


ब्लॉक अध्यक्ष सुईथाकला ने कहा मुख्य विकास अधिकारी का सिस्टम हमें स्वीकार नहीं है। हम इसका विरोध करते हैं। रामकिशुन निराला ने इसे सभी सफाई कर्मचारियों के साथ अन्याय और अत्याचार बताया है।


अब देखना यह है कि सफाई कर्मचारियों का आरोप सही साबित होता है या सी डी ओ साहब का निगरानी सिस्टम सही साबित होता है।।वैसे हर गाँव में सफाई कर्मचारियों की सफाई में लापरवाही पर ग्रामीणों खुसुर फुसुर चलती रहती है लेकिन राजनीतिक समीकरण जुबान बन्द रहने को मजबूर कर देते हैं।।

रिपोर्टर

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