भारत को बुद्धमय करने का डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरजी का सपना पुरा करुंगा- केंद्रिय राज्यमंत्री रामदास आठवले

विनोद कांबले की रिपोर्ट

मुंबई ।। आंतकवाद,दहशतगर्द, देश से जड से मिटाने के लिये अहिंसा,प्रज्ञा, शील,करुणा,मानवता,समता इस नीव पर बुद्ध धम्मा कि देश को जरूरत है।दुनिया को युद्ध कि नहीं  बुद्ध कि जरूरत है। उसकेलीये  भारत बुद्धमय करने महापुरुष डॉ बाबासाहब आंबेडकर ईनका सपना पुरा करुंगा।उसकेलीये हम कटिबद्ध होंगे ऐसा आवाहन रिपब्लिकन पक्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवलेजी ने किया है। दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया कि ओर से धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के ६५वे वर्षगांठ दिन पर आयोजित समारोह में रामदास आठवले बोल रहे थे।इससमय भदंत डॉ.राहुल बोधी महाथेरो,दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के चेयरमन हरीश रावलीया,मुंबई अध्यक्ष समारोह आयोजक घनश्याम चिरणकर,उद्योजक शाहीन चिष्टी,ऍड विजय ठाकूर,तानाजी गायकवाड, विवेक पवार,दयाल बहादूर,सिद्धार्थ कासारे,अमित तांबे आदी महानुभाव  इस मौके पर मौजुद रहे थे।६५ वे  धम्म चक्र प्रवर्तन दिन उपलक्ष पर रामदास आठवले इनके हाथोन से भिक्खू संघ को चिवरदान और भोजन दान दिया गया।

महमपुरुष डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी ने1१४ ऑक्टोबर १९५६ को धम्म दीक्षा लेकरं धम्मचक्र प्रवर्तन किये।बडी धम्मक्रांती कि।. उनको पुरा भारत बुद्धमय करने का था।भारत का बुद्ध धम्म आज दुनिया में फैला है। इसका हमे गर्व है।१४ ऑक्टोबर १९५६ को धम्म दीक्षा नागपूर  में लेने के पश्चात १६डिसंबर १९५६ को महापुरुष डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी को मुंबई के महालक्ष्मी रेसकोर्स में भव्य धम्म दीक्षा समारोह करने का था।किंतु उसके पहले ६ डिसंबर १९५६ को महापुरुष डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी का महापरिनिर्वाण हुआ। इसलीये मुंबई में धम्म दीक्षा समारोह  लेने का डॉ बाबासाहेब आंबेडकरजी का अधुरा राहा सपना हम धम्मचक्र प्रवर्तना दिन के ५० वे साल में पुरा किये। सन २००६को मुंबई में महालक्ष्मी रेसकोर्स यहा धम्म दीक्षा सुवर्ण महोत्सव समारोह हमने आयोजित किया था।इस पल को रामदास आठवलेजी ने याद किये।इस समय धम्मचक्र प्रवर्तन दिनाचा ६५वे वर्षगांठ दिन बांद्रा में आयोजित करने के लिये घनश्याम चिरणकरजी स्तुती रामदास आठवलेजी ने कि ऐसी जानकारी प्रसिद्धी प्रमुख हेमंत रणपिसे ने दि है।

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