वन दरोगा ने फॉरेस्ट गार्ड को पीटा, हवा में लहराई लाइसेंसी पिस्टल

वन कर्मियों में मची अफरा-तफरी

वन क्षेत्राधिकारी मामले को दबाने में जुटे ...


मिल्कीपुर, अयोध्या ।। कुमारगंज वन रेंज कार्यालय में वन दरोगा ने मातहत फॉरेस्ट गार्ड की डंडों से जमकर पिटाई कर दी तथा लाइसेंसी पिस्टल हवा में लहराया। पिस्टल लहराता देख बीच-बचाव करने पहुंचे वन कर्मियों में अफरा तफरी मच गई। वही घटनाक्रम की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज मामले को दबाने में पूरी तरह से जुटे रहे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुमारगंज वन रेंज कार्यालय परिसर स्थित वन क्षेत्राधिकारी के आवास के एक कक्ष में गोपनीय लेखा-जोखा कार्यालय विगत काफी दिनों से चल रहा है। जहां पर वाचर विवेक दुबे विभागीय आय व्यय का हिसाब किताब किए जाने के क्रम में अकाउंटेंट का काम करता है।

बुधवार को अपराह्न करीब दो बजे हैरिंग्टनगंज बीट प्रभारी वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव एवं हैरिंग्टनगंज दक्षिणी बीट के इंचार्ज फॉरेस्ट गार्ड अखंड सिंह गोपनीय लेखा-जोखा कार्यालय पहुंच गए। जहां पर पौधरोपण एवं पेड़ों की निराई, गुड़ाई तथा सिंचाई के मद में खर्च किए गए पैसों का हिसाब किताब होने लगा। जबकि हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री द्वारा कराए गए वृहद पौधरोपण कार्यक्रम के तहत रोपित किए गए पौधों में से एक भी पौधे धरातल पर मौजूद नहीं है। लेकिन सिंचाई गुड़ाई निराई का हिसाब किताब विभागीय अभिलेखों में चल रहा है इसी पैसे की बंदरबांट को लेकर वन दरोगा और फॉरेस्ट गार्ड में कहासुनी होने लगी। मामूली कहासुनी शुरू ही हुई थी कि वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव ने कमरे में रखा आपका एक डंडा उठा लिया और फॉरेस्ट गार्ड अखंड सिंह की पिटाई शुरू कर दी। हल्ला गुहार सुनकर स्थाई कार्यालय में मौजूद अन्य साथी वन कर्मी मौके तक पहुंचे तब तक बेअंदाज वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर हवा में लहरा ना शुरू कर दिया और मातहत फॉरेस्ट गार्ड को गालियां देते हुए धमकाया। इससे भी जी नहीं भरा तो वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव ने फोन करके अपने एक दर्जन से अधिक साथियों को रेंज कार्यालय बुला लिया और मातहत फॉरेस्ट गार्ड की जमकर पिटाई किए जाने का मन बना दिया किंतु घटनाक्रम की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे और मौजूद मीडिया कर्मियों के खौफ के चलते रेंज परिसर पहुंचे युवक कोई भी हरकत करने की हिमाकत नहीं जुटा सके।

यह सब घटनाक्रम चल ही रहा था कि वन क्षेत्राधिकारी आरती सिंह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने पहले वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव को तलब कर खूब खरी-खोटी सुनाई और फिर पीटे गए फॉरेस्ट गार्ड से समूचे घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त की। दोनों वन कर्मियों को लेकर रेंजर आरपी श्रीवास्तव अपने आवास में चले गए और लगभग घंटों वार्ता क्रम जारी रहा जहां से निकलने के बाद मीडिया से मुखातिब वन क्षेत्राधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि कोई खास मामला नहीं था, आपस में दोनों लोगों में मामूली सी कहासुनी हुई थी अब सुलह हो गई है। वहीं दूसरी ओर डीएफओ दिव्या का कहना है कि मामला संज्ञान में है, मेरे द्वारा दोनों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। समूचे घटनाक्रम के पीछे विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि आरोपी वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव एवं फॉरेस्ट गार्ड अखंड प्रताप सिंह का स्थानांतरण काफी दिनों पूर्व जिले की बीकापुर रेंज कार्यालय के लिए हो चुका था। जिसको कार्यमुक्त किए जाने के संबंध में प्रभागीय वन अधिकारी अयोध्या की ओर से तीन बार रिमाइंडर भी वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय प्रेषित किया जा चुका है। किंतु वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव को वन क्षेत्राधिकारी आर पी सिंह की ओर से कार्यमुक्त नहीं किया गया था। जिसका प्रमुख कारण विभागीय पैसे के बंदरबांट का सही हिसाब किताब न हो पाना था। इस सवाल पर वन क्षेत्राधिकारी श्री सिंह ने बताया कि आरोपी वन दरोगा उत्कर्ष श्रीवास्तव एवं फॉरेस्ट गार्ड को आज ही कार्य मुक्त कर दिया जा रहा है तथा उनके स्थान पर फॉरेस्ट गार्ड दीपक शुक्ला को नवीन तैनाती दे दी गई है।

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