बच्चे की मासूमियत ने जामुन विक्रेता को पहुचाया हवालात

कल्याण ।। तीन साल की मासूम बच्ची का अपहरण करने वाली एक दंपत्ति को अंबरनाथ की शिवाजीनगर पुलिस ने कर्जत के एक गांव से गिरफ्तार कर अपहृत बच्ची को सही सलामत उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
  
मिली जानकारी के अनुसार अंबरनाथ बी कैबिन की रहनेवाली एक 30 वर्षीय महिला जो कि अंबरनाथ नगरपालिका में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती है।  30 मई की रात साढ़े नौ बजे के दरम्यान जब वह काम पर से वापस घर गयी तो  उसकी तीन वर्षीय बच्ची घर पर नहीं थी। बहुत ढूढने के बाद भी जब वह नहीं मिली तो महिला ने शिवाजीनगर पुलिस थाने में इस बात की शिकायत दर्ज कराई। थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर भोगे वरिष्ठों के मार्गदर्शन में पुलिस ने एक टीम गठित किया। जांच पड़ताल से पता चला कि क्षेत्र में जामून बेचने वाली एक महिला बच्ची को ले गयी है। सहायक पुलिस निरीक्षक लक्ष्मण कांबले को मालूम पड़ा की जामून बेचने वाली महिला कर्जत के सिर्शे गांव की रहनेवाली है। पुलिस की एक टीम कर्जत के सिर्शे गांव जाकर जामून बेचने वाली महिला और उसके पति के पास से मासूम बच्ची को अपने कब्जे में लेते हुए दंपत्ति को गिरफ्तार कर सलांखों के पीछे पहुँचा दिया है। 
 
पुलिस ने जांच किया तो पता चला कि जामून बेचने वाली महिला के शादी होने के पांच साल बाद भी एक भी बच्चे नहीं है। और जब वह मासूम बच्ची को नंगे पैर रोते हुए देखी तो उसे चप्पल खरीदकर पहनाई और नास्ता कराते हुए उसे चुप कराई। बहुत पता करने पर भी जब मासूम बच्ची के बारे में कुछ पता नहीं चला तो उसे ट्रेन से लेकर अपने घर कर्जत चली गयी। डीसीपी प्रशांत मोहिते ने बताया कि माता पिता के इजाजत के बिना बच्ची को लेजाना जुर्म है इस लिए पुलिस ने दंपत्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिफ्तार कर आगे की जाँच में जुटी हुई है।

रिपोर्टर

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