टमाटर हुआ नरम तो आलू व प्याज ने दिखायी आंख

अयोध्या ।। लगभग एक माह से हरी सब्जियों के भाव नरम होने का फायदा उठा रहे उपभोक्ताओं को पहले टमाटर ने अपना रंग दिखाया तो अब प्याज आंखों से आंसू टपकाने की तैयारी कर चुका है। उसी के साथ हर अमीर व गरीब की पहली पंसद बना सब्जियों का राजा आलू भी अपना रंग बदलने लगा है। बाजार में भले ही टमाटर के रेट में कुछ नरमी आयी है तो दूसरी ओर आलू व प्याज के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। मंहगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब आलू व प्याज के लिए और जेब ढीली करनी होगी।

जून माह में हरी सब्जियों की कीमतों में आयी कमी ने मंहगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को इतनी राहत दी कि लोग दालों को छोड़ सब्जी का अधिक प्रयोग करने लगे। किन्तु जून माह के दूसरे पखवारे में अचानक टमाटर ने रंग बदल दिया। मण्डी में आवक अचानक कम होने के कारण टमाटर के रेट में तेजी आ गयी बाजार में टमाटर का रेट 60 से 80 रुपए प्रति किलो तक पहंुच गया। जुलाई आते आते पहाड़ी क्षेत्र से टमाटर की आवक बढ़ी तो टमाटर का रेट नरम पड़ने लगा। टमाटर 50 रुपए प्रति किलो तक आ गया। एक और टमाटर ने राहत दी तो दूसरी ओर प्याज व आलू ने उपभोक्ताओं को रुलाना प्रारम्भ कर दिया। जून माह समाप्त होते होते आलू व प्याज की कीमतों में अचानक 240 रुपए प्रति कंुतल तक की बढ़ोत्तरी हो गयी। 15 जून को जो आलू 1360 रुपए प्रति कंु तल के रेट बिक रहा था वही अचानक 1600 रुपए प्रति कुंतल हो गया। जो वर्तमान में खुले बाजार में 25 रुपए प्रति कंुतल बिक रहा है। इसी प्रकार प्याज जो 1280 रुपए प्रति कंुतल थी वही 1500 रुपए प्रति कंुतल हो गयी। बाजार में प्याज भी 25 रुपए प्रति किलो बिक रही है। प्याज व आलू की कीमतों में अचानक वृद्धि का कारण अधिक गर्मी के कारण उसमें हो रही सड़न को बताया जा रहा है। व्यापारी कहते हैं कि गर्मी के कारण आलू व प्याज दोने सड़ने लगी है। आखिर हम अपना नुकसान कहां से पूरा करें। आलू व प्याज के रेट में भले ही बढ़ोत्तरी हुई है किन्तु अन्य हरी सब्जियों के दाम अभी स्थिर हैं। हालांकि जून के रेट से कुछ अन्तर तो सभी सब्जियों में है फिर भी मण्डी में अभी भाव स्थिर हैं।

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