गरीबों और जरूरतमंदों की निस्वार्थ सेवा ही ईश्वर की सेवा- उमेश चंद्र मिश्र

 सुईथाकला ।। विकासखंड क्षेत्र के  उसरौली गांव निवासी  श्याम शंकर इंटर कॉलेज रामगंज प्रतापगढ़ के पूर्व प्रधानाचार्य सूर्यनाथ  मिश्र की पुत्रवधू एवं  उमेश चंद्र मिश्र की पत्नी स्वर्गीय उषा मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि मनाई गई। सर्वप्रथम स्वर्गीय मिश्रा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया ।पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में क्षेत्र के अति गरीबों एवं जरूरतमंदों को वस्त्र  एवं खाद्य सामग्री वितरित की गई और यथासंभव आर्थिक सहयोग भी किया गया। उन्होंने गरीबों को वस्त्र, फल, मिष्ठान तथा खाद्य सामग्री वितरित करते हुए कहा कि अत्यधिक  गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति ईश्वर के दूसरे रूप हैं।गरीबों,पीड़ितों और जरूरतमंदों की निस्वार्थ भाव से सेवा करना ईश्वर की सच्ची सेवा है इसलिए सभी लोगों को सेवा के इस पुनीत कार्य में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। कृपाशंकर शुक्ल ने परोपकार को मनुष्य के जीवन का अभिन्न अंग बताया।श्री शुक्ल ने कहा कि मनुष्य को स्वार्थ भाव तथा जाति -  पाँति, ऊंच-नीच ,अमीरी- गरीबी  आदि समस्त भेदभाव  से ऊपर उठकर केवल मानव मात्र की सेवा करनी चाहिए।

पूर्व प्रधान  रमेश चंद्र गुप्त( धाकड़) ने परोपकार के इस पुण्य कार्य की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि दीन -दुखियों और गरीबों की सेवा के लिए समाज के धनाढ्य और सक्षम लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने  अपने हृदय के उद्गार व्यक्त करते हुए कहा  कि इस धरती पर यदि कोई सबसे पुनीत और श्रेष्ठ कार्य है तो वह है दूसरों की भलाई  इसलिए ऐसे दिव्य कार्य में जरूर  हाथ बताना चाहिए ।मौके पर कृष्ण कुमार मिश्र, रंजीत यादव ,राहुल मिश्र, आशा शुक्ला ,संजय शर्मा, विनय यादव, अच्छेलाल मिश्र तथा माताफेर माली सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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