जय गुरुदेव के सत्संगी प्रेमियों द्वारा शाकाहार और नशा मुक्ति का चलाया गया अभियान

  खुटहन- विकासखंड क्षेत्र के तिलवारी पिलकिच्छा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पौराणिक एवं ऐतिहासिक पवित्र गोमती नदी के तट पर आज 8 नवंबर मंगलवार को शाकाहारी बनने,नशा मुक्ति व आध्यात्मिक जागृति के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया।इस अवसर पर लंगर एवं प्रसाद की भी व्यवस्था की गई जिसमें करीब 3000 लोगों ने लंगर व प्रसाद ग्रहण किया। डॉ.अवधेश मिश्रा ने आम जनमानस को जागरूक करते हुए बताया कि उज्जैन वाले संत सद्गुरु बाबा उमाकांत जी महाराज के निर्देशानुसार दो महीने से समाज को शाकाहारी व नशा मुक्त बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि वक्त के  संत सद्गुरु का पूरे विश्व को संदेश है कि यदि मनुष्य शाकाहार अपनाता है और नशामुक्त होता है तो हर प्रकार की सकारात्मक प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी।उन्होंने कहा कि यदि मानव सदाचारी, शाकाहारी और नशा मुक्त हो जाएगा तो आने वाली भयंकर बीमारियों से बच जाएगा।इससे शरीर में तामसी प्रवृत्ति नहीं आएगी। मन शुद्ध एवं सात्विक हो जाएगा।पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व का कल्याण इसमें समाहित है । जटाशंकर तिवारी व राम आसरे तिवारी ने भी  वक्त के महापुरुष एवं उनके द्वारा चलाए जा रहे जनहित कार्यों पर प्रकाश डाला ।


सत्संगियों द्वारा  विभिन्न प्रकार के स्लोगनों  जैसे 'जो जीवो पर दया करेंगे, ईश्वर उनकी मदद करेंगे।' 'हाथ जोड़कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी' आदि  नारो  के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क भोजन,प्रसाद एवं काढ़ा की व्यवस्था की गई थी। उपस्थित लोगों ने सत्संगी प्रेमियों के  ऐसे कार्यक्रम के आयोजन की भूरि- भूरि प्रशंसा की। मौके पर  जनार्दन तिवारी,महेंद्र प्रताप प्रजापति, गिरीश गिरी,राधेश्याम तिवारी, अनमोल कुमार,बाबू राम प्रजापति,अवनीश तिवारी आदि लोगों ने बढ़ चढ़कर सेवा में सहयोग करके कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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