लाडली लक्ष्मी योजना के नाम ऑनलाइन ठगे 11 हजार - ठग ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी बन कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से लगवाया था कॉल

राजगढ़/बोड़ा ।। जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल में बोड़ा कस्बे के रहने वाले ओमप्रकाश राठौर को एक साइबर ठग ने लाडली लक्ष्मी योजना के नाम पर अपना शिकार बनाया। ठग ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी बनकर योजना में नगद 25 हजार रु दिलाने के नाम से फरियादी एकाउंट से ₹11222 उड़ा दिए। ठग ने विश्वास जीतने के लिए सबसे पहले वार्ड की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को अपने प्रभाव में लिया। ताकि उसके जरिए बात करने से फ्रॉड के समय शक की कोई गुंजाइश ना रहे। मामले की सूचना पुलिस में दी गई है।

इस तरह बिछाया बातों का जाल -

ओमप्रकाश राठौर ने बताया कि बुधवार शाम करीब 4:49 मिनट पर उन्हें मोबाइल नंबर 9528504536 से कॉल आया। दूसरी तरफ से उनके वार्ड नंबर 11 की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता चंद्रकला मालवीय बोल रही थीं। मालवीय ने कहा कि कांफ्रेंस कॉल पर महिला बाल एवं विकास विभाग के अधिकारी हैं, जो लाडली लक्ष्मी योजना के बारे में जानकारी लेकर आपको लाभ दिलाएंगे।  

इसके बाद कॉल पर एक  शख्स की आवाज सुनाई दी, जिसने खुद को महिला एवं बाल विकास विभाग से डॉ कुमार राज बताते हुए लाडली लक्ष्मी योजना के तहत ₹25000 का लाभ दिलाने की बात कही।


 एप डाउन लोड कराने के नाम से हैक किया एकाउंट : -

ठग ने ओमप्रकाश राठौर के खाते में ₹25 हजार ट्रांसफर कराने के लिए एक एप डाउनलोड करने को कहा। साथ ही व्हाट्स एप पर एक लिंक भेजी। ओम प्रकाश के अनुसार चूकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता खुद दूसरी तरफ कांफ्रेंसिंग के जरिए कॉल पर कनेक्ट थीं, तो उन्होंने बिना सोचे उस इस बात पर विश्वास कर लिया। लेकिन लिंक पर क्लिक करने के बाद उनके खाते से ₹11,222 कट गए। ओम प्रकाश के अनुसार ठग ने लगभग 16 मिनट तक उनसे बात की।

भरोसा जीतने लिया आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का सहारा:-

ओमप्रकाश राठौर का कहना है कि कांफ्रेंस कॉल में ठग के साथ उनके ही वार्ड की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्री मति चंद्रकला मालवीय भी थीं। इसलिए वह उसके झांसे में आ गए। इधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि फोन पर ठग ने इतने रूआब और आत्मविश्वास से बात की कि उन्हें महसूस भी नहीं हुआ कि उनके माध्यम से कुछ गलत होने जा रहा है।

बॉक्स : ठगी की नियत से 8-9 और लोगों को भी किए थे कॉल

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती मालवीय के अनुसार साइबर ठग ने बुधवार को इसी दरमियान 8- 9 और लोगों को भी ठगी की नियत से कॉल किए थे। लेकिन कोई उपलब्ध नहीं रहा, तो किसी के साथ कोई और प्रॉब्लम रही। इस कारण वह ठगी का शिकार होने से बच गए।

बॉक्स : सही समय पर कॉल काट देती तो बच सकती थी ठगी 

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती मालवीय के अनुसार जब साइबर ठग कॉन्फ्रेंस में लेकर श्री राठौर से बातचीत कर रहा था तो बीच में कई बार उन्हें शक हुआ के इस तरह की जानकारी विभाग के अधिकारी नहीं मांगते लेकिन वह बीच में कुछ बोलती इस दौरान ठग उन्हें बार-बार उनकी कॉल को म्यूट कर रहा था। जिससे उनकी आवाज श्री राठौर नहीं सुन सके। हालांकि उन्होंने माना कि शक होने के बाद अगर वह कॉल कट करके श्री राठौर को सब बता देती, तो यह ठगी रुक सकती थी।

इनका कहना....

ठगी वाले मामले में थाने में ओमप्रकाश राठौर ने आवदेन दिया है जांच की जा रही है।

थाना प्रभारी बोड़ा संदीप मीणा

रिपोर्टर

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