शाहगंज तहसील क्षेत्र के विभिन्न संस्थानों में धूमधाम एवं विशेष हर्षोल्लास के साथ मनाया गया शिक्षक दिवस

राष्ट्र के सर्वांगीण विकास का शिक्षक ही आधार : डॉ उमेश चंद्र तिवारी

शाहगंज। सुईथाकला  विकासखंड अंतर्गत एसवीडी गुरुकुल महाविद्यालय एवं डीआरसी गुरुकुल पब्लिक स्कूल ऊंचगांव में  डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन  का जन्म दिवस शिक्षक दिवस के रूप में छात्र-छात्राओं ने  केक काटकर विशेष  उत्साह के साथ मनाया। ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि एवं प्रबंधक डॉ उमेश चंद तिवारी गुरुजी ने कहा कि एक शिक्षक राष्ट्र के लिए श्रेष्ठ नागरिक का निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि सशक्त राष्ट्र बनाने  में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षक ही समाज के सर्वांगीण विकास का आधार होता है। उन्होंने कहा कि गुरु हर देश के लिए राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक बनाता है। इस अवसर पर डॉ राकेश चंद तिवारी, रमापति दुबे, उदय नारायण प्रताप सिंह,अजय पांडेय, अरुण पांडेय,  पारस भारती, अशोक, रेखा ,अंजलि, पराग दुबे, नीरज मिश्रा, संजय पांडेय आदि शिक्षक उपस्थित रहे।



  इसी क्रम में तिलक स्मारक इंटर कॉलेज अमावा खुर्द में भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर प्रधानाचार्य दिनेश कुमार यादव ने उनके योगदान को याद किया।  अपने संबोधन में छात्रों को प्रधानाचार्य ने बताया कि शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को भिन्न-भिन्न रूप-रंग के फूलों से सजाता है। जो छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने को प्रोत्साहित करता है। उन्हें जीने की वजह समझाता है। शिक्षक के लिए सभी छात्र समान होते हैं और वह सभी का कल्याण चाहता है। शिक्षक ही वह धुरी होता है, जो विद्यार्थी को सही-गलत व अच्छे-बुरे की पहचान करवाते हुए बच्चों की अंतर्निहित शक्तियों को विकसित करने की पृष्ठभूमि तैयार करता है। वह प्रेरणा की फुहारों से बालक रूपी मन को सींचकर उनकी नींव को मजबूत करता है तथा उसके सर्वांगीण विकास के लिए उनका मार्ग प्रशस्त करता है। इस अवसर पर डॉ.दिनेश कुमार सिंह,ठाकुर प्रसाद तिवारी, हरिप्रसाद राव, विष्णु प्रकाश तिवारी, संतोष कुमार यादव, इंद्रभान भारती, सुनील कुमार सिंह, रत्नाकर सिंह, अवनीश तिवारी, उपेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।


इसी क्रम  में पूर्व माध्यमिक विद्यालय ऊंचगांव में छात्रों ने शिक्षक दिवस को धूमधाम एवं हर्षोल्लास के  साथ मनाया।   प्रधानाध्यापक रामप्यारे ने कहा कि  जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता, क्योंकि वे ही हमें इस रंगीन ख़ूबसूरत दुनिया में लाते हैं। उनका ऋण हम किसी भी रूप में उतार नहीं सकते, लेकिन जिस समाज में रहना है, उसके योग्य हमें केवल शिक्षक ही बनाते हैं। डॉ उमेश चंद तिवारी गुरुजी ने  अपने वक्तव्य में बच्चों को बताया  कि  किताबी ज्ञान के साथ नैतिक मूल्यों व संस्कार रूपी शिक्षा के माध्यम से एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है। एक ऐसी परंपरा हमारी संस्कृति में  थी। कई ऋषि-मुनियों ने अपने गुरुओं से तपस्या की शिक्षा को पाकर जीवन को सार्थक बनाया। एकलव्य ने द्रोणाचार्य को अपना मानस गुरु मानकर उनकी प्रतिमा को अपने सक्षम रख धनुर्विद्या सीखी। यह उदाहरण प्रत्येक शिष्य के लिए प्रेरणादायक है।     इस अवसर पर  वीरेंद्र यादव, श्रद्धा सिंह, महेंद्र सिंह  आदि उपस्थित रहे। 


  इसी क्रम में अभिनव उच्च प्राथमिक विद्यालय अशोकपुर कला में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष व प्रधानाध्यापक सतीश सिंह ने  कहा कि  बच्चे कच्चे घड़े की भांति स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को जिस रूप में ढालो, वे ढल जाते हैं। वे स्कूल में जो सीखते हैं या जैसा उन्हें सिखाया जाता है, वे वैसा ही व्यवहार करते हैं। उनकी मानसिकता भी कुछ वैसी ही बन जाती है, जैसा वह अपने आस-पास होता देखते हैं। सफल जीवन के लिए शिक्षा बहुत उपयोगी है, जो गुरु द्वारा प्रदान की जाती है। गुरु का संबंध केवल शिक्षा से ही नहीं होता, बल्कि वह तो हर मोड़ पर अपने छात्र का हाथ थामने के लिए तैयार रहता है। उसे सही सुझाव देता है और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। मौके पर कौशल कुमार प्रजापति ,राजाराम ,जितेंद्र कुमार सिंह आदि लोग उपस्थित रहे। 


इसी क्रम में बाबा द्वारिकादास हरि महाविद्यालय एवं एसएस कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी सारी जहांगीर पट्टी मे विद्यालय के छात्रों ने  देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस मनाया। प्राचार्य डॉ. कुंवर सिंह यादव ने अपने वक्तव्य में छात्रों को बताया कि एक कुशल शिक्षक वह होता है जो अपने शिष्य का सांसारिक ज्ञान के साथ-साथ चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास करता है।  उन्होंने कहा एक शिक्षक अपने शिष्यों को अनुशासन का पाठ तभी पढ़ सकता है जब वह स्वयं अनुशासित हो । प्राचार्य ने कहा कि शिक्षा के अभाव में समाज और मानवता की परिकल्पना अधूरी है । इस अवसर पर उप प्रबंधक द्वै लव कुश मौर्य व डीके भाई, योगेंद्र यादव ,प्रदीप यादव, संतोष कुमार , स्नेहा यादव, राहुल निषाद, रामपाल मौर्य, भीम मौर्य  आदि उपस्थित रहे।




इसी क्रम में कंपोजिट विद्यालय  डीह असरफाबाद  में  पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री दुष्यंत मिश्र ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानाध्यापक ने कहा कि शिक्षक समाज के सर्वांगीण विकास की रीड होता है । शिक्षक के बिना किसी भी राष्ट्र के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि गुरु का मानव जीवन में सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। इतिहास गवाह है कि आज तक जितने भी महापुरुष हुए हैं उनके जीवन को ऊंचा उठाने में गुरु की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गुरु वह नहीं होता जो अपने शिष्यों को केवल सांसारिक ज्ञान प्रदान करें बल्कि वह आत्मज्ञान की तरफ अग्रसर करता है। इस अवसर पर  राधेश्याम, संजय सिंह, संतोष वर्मा, उदय कृष्ण यादव, अनुराग डोगरा, अजय हलवाई, संजय मौर्य, मनोज कुमार, अनुराग पाण्डेय, विनोद कुमार, जयप्रकाश मौर्य, सुमन अग्रहरि, मनोरमा सिंह, मीनू गुप्ता आदि उपस्थित रहे। 


इसी क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय सुईथाकला  में  उत्तर प्रदेश की प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री पारसनाथ यादव ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गुरु का महत्व हर युग में रहा है । चाहे स्वामी विवेकानंद रहे हो भगवान रामकृष्ण कबीर तुलसीदास जी मीराबाई यहां तक की आज के जो भी महापुरुष जिनके नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में अंकित हैं उनके जीवन को बदलने में गुरु की सबसे अहम भूमिका रही है ।इस अवसर पर अनिल कुमार, अरविंद कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अंकित कुमार ,रागिनी सिंह, पंचायत मित्र राजेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट